वर्ष 2030 तक मलेरिया को देश से पूरी तरह खत्म करने के उद्देश्य से 25 अप्रैल को मनाया जाएगा विश्व मलेरिया दिवस 

– विश्व मलेरिया दिवस (डब्ल्यू  एमडी) के अवसर पर जिला के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में आयोजित किए जाएंगे विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम
– जिला भर के सभी सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर निः शुल्क उपलब्ध है मलेरिया कि जांच और इलाज कि सुविधा
शेखपुरा।
विश्व मलेरिया दिवस (डब्ल्यूएमडी) के अवसर पर 25 अप्रैल को जिला के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे । इस आशय कि जानकारी जिला वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉक्टर अशोक कुमार सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2030 तक देश से मलेरिया को पूरी तरह से खत्म करने और मलेरिया के बुखार के प्रति आम लोगों को जागरूक करने के उद्धेश्य से आगामी 25 अप्रैल को जिला भर के सभी स्वास्थ्य संस्थानों सहित आंगनबाड़ी केंद्रों पर विश्व मलेरिया दिवस (डब्ल्यूएमडी) मनाया जा रहा है।
इसको लेकर जिला भर के सभी सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को चिट्ठी जारी कर दी है। उन्होंने बताया कि वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम बिहार के अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉक्टर अशोक कुमार के द्वारा जारी निर्देश के अनुसार पिछले वर्ष कि भांति इस वर्ष भी जिला भर के सभी सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसके अंतर्गत मलेरिया से बचाव के लिए जनजातीय आबादी, घुमंतू आबादी, बॉर्डर एरिया, अत्यधिक मलेरिया प्रभावित क्षेत्र, गर्भवती महिलाओं और बच्चों के बीच जन जागरूकता के लिए सभी स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण के साथ आईईसी मैटेरियल भी उपलब्ध करवा दिया गया है।
उन्होंने बताया कि मलेरिया से बचाव के लिए प्राइवेट प्रैक्टिसनरों को भी सम्मिलित किया गया है ताकि सही समय पर मलेरिया के रोगी कि खोज और उनका जांच और उपचार किया जा सके । इसके अलावा जिला के विभिन्न प्रखंडों में विश्व मलेरिया दिवस पर विशेष कैंप आयोजित कर बुखार से पीड़ित व्यक्ति कि खोज, जांच और उपचार किया जाएगा साथ ही विभिन्न प्रखंडों में मलेरिया से बचाव के लिए मच्छरदानी का नियमित इस्तेमाल करने और घरों में डीडीटी का छिड़काव करवाने के बारे में मलेरिया प्रभावित क्षेत्र के स्वास्थ्य उप केंद्र एवं ग्रामीण स्तर पर आशा, एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके अलावा ग्रामीण स्तर पर पंचायती राज प्रतिनिधि के सहयोग से भी लोगों को मलेरिया से बचाव के जागरूक किया जाएगा।
जिला भर के सभी सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर निः शुल्क उपलब्ध है मलेरिया कि जांच और इलाज कि सुविधा :
 वेक्टर डिजीज कंट्रोल ऑफिसर (वीडीसीओ) के पद पर कार्यरत श्याम सुन्दर कुमार ने बताया कि जिला भर के सभी सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर मलेरिया कि जांच और इलाज कि सुविधा निः शुल्क उपलब्ध है ।
उन्होंने बताया कि मलेरिया बुखार के कुछ लक्षण इस प्रकार से हैं –
ठंड लगना, कंपकपी, सिर दर्द, उल्टी एवं चक्कर आना, तेज बुखार एवं अत्यधिक पसीने के साथ बुखार का कम होना। ऐसा प्रतिदिन, एक दिन बीच करके या निश्चित अंतराल के बाद मलेरिया बीमारी के गंभीर लक्षण है। इस प्रकार का कोई भी लक्षण होने पर  मलेरिया कि जांच के लिए नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मरीज को ले जाएं।
 मलेरिया से बचाव के उपाय :
– अपने घर और घर के आसपास बने गड्ढे, नालियों, बेकार पड़े खाली डब्बों, पानी कि टंकियों, गमलों, टायर ट्यूब में बिल्कुल भी पानी इकट्ठा नहीं होने दें। यदि पानी इकट्ठा हो भी गया हो तो उसमें मिट्टी तेल कि कुछ बूंदें अवश्य डालें।
– सोते समय मच्छरदानी अथवा मच्छर भागने वाली क्रीम या अगरबत्ती का प्रयोग करें ।
–  मलेरिया से बचाव के लिए डीडीटी या एसपी के छिड़काव में कर्मियों का सहयोग करें।
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