नई दिल्ली।
सोशल मीडिया पर एक मौलाना का वीडियो शेयर किया गया है। उसमें कहा गया है कि मुसलमानों को हिंदुओं की तरह हम दो हमारे दो नहीं अपनाना है, बल्कि आबादी बढ़ानी है। जब हम मुसलमान 80 करोड़ हो जायेंगे तब वो (हिंदू) कभी आवाज नहीं उठा पाएंगे और राज हमारा होगा। इसलिए अपनी आबादी बढ़ाओ।
दुनिया में सबसे सुखी, खुशहाल और सुरक्षित मुसलमान भारत में हैं। एक अनुमान के अनुसार, 2024 में भारत की कुल तकरीबन 137 करोड़ की आबादी में मुस्लिमों की जनसंख्या करीब 20 करोड़ है। वहीं, 1947 में आजादी के वक्त करीब 10 करोड़ मुस्लिम भारत में थे। बंटवारे के बाद इसमें से करीब 6.5 करोड़ मुसलमान पाकिस्तान चले गए, जबकि करीब 3.5 करोड़ मुस्लिम भारत ही रह गए। कॉकरोच की तरह रफ्तार से बढ़ते हुए 3.5 से बढ़कर 20 करोड़ से पार हो गए।
अब सोशल मीडिया पर एक मौलाना सरेआम कह रहा है कि “जिस दिन हम मुसलमान 80 करोड़ हो जाएंगे तो वो यानी हिंदू कभी आवाज नहीं उठा पाएंगे”। इससे साफ मैसेज मिल रहा है जो कि 20 करोड़ होते हुए 100 करोड़ को चेतावनी देने की हिमाकत कर सकते हैं, तो 50 करोड़ होने पर ये किसी अन्य को जीने नहीं देंगे।
जैसा कि दुनिया का इतिहास बता रहा है कि जहां इनकी आबादी 60 प्रतिशत हुई वहां इन्होंने दूसरों का सफाया शुरू कर दिया और पूरे देश को मुस्लिम देश घोषित कर दिया और गैरमुस्लिमों को या तो मार डाला या भगा दिया और उनके घर संपत्ति पर कब्जा कर लिया। इतने पर भी यदि कुछ वहां रह जाते हैं तो वे कुत्ते से अधिक कुछ नहीं होता। ताजा उदाहरण पाकिस्तान और बंगलादेश हैं।
मुसलमानों ने दुनिया में जितनी तरक्की की है, इतनी किसी अन्य ने नहीं की, और कर भी नहीं सकता। 1945 में दुनिया में 6 मुस्लिम देश थे आज 56 देश हैं। अनपढ़ होने में इनसे आगे कोई नहीं है। भुखमरी में इनसे आगे कोई नहीं है और इन्हीं कारणों से आतंकी घटनाओं में भी इनसे आगे कोई नहीं है। अर्थात इससे यह सिद्ध होता है कि संगठित होने में इनसे आगे कोई नहीं है।