कर्नाटक में कॉंग्रेस सरकार ने नौकरियों और दाखिलों में OBC कोटे की सीटें भी मुस्लिमों को दी, जाँच में जिसका भाँडा फूट गया

कर्नाटक में कॉंग्रेस सरकार ने नौकरियों और दाखिलों में OBC कोटे की सीटें भी मुस्लिमों को दी, जाँच में जिसका भाँडा फूट गया।कांग्रेस सरकार पर आरोप है कि उसने ओबीसी समाज का हक मारा है। आरक्षण में उनका हिस्सा सभी मुसलमानों को दे दिया।

राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग को कर्नाटक में ओबीसी आरक्षण कोटे में अनियमितता की जानकारी मिली थी। उसके बाद आयोग ने पिछले 6 महीने में इसकी जांच शुरू की। आयोग ने अपने जांच के दरमियान सरकारी नौकरी, मेडिकल, इंजीनियरिंग एडमिशन और तमाम सरकारी पदों पर सीमा से अधिक मुस्लिम आरक्षण दिए जाने की बात सामने आई।

कर्नाटक पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के आंकड़ों के अनुसार, मुस्लिम धर्म के भीतर सभी जातियों और समुदायों को पिछड़े वर्गों की राज्य सूची में श्रेणी IIB के तहत सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्गों के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (एनसीबीसी) ने पिछले साल शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी नौकरियों में ओबीसी के लिए राज्य की आरक्षण नीति की जांच की थी।

आयोग ने एक बयान में कहा कि पिछड़ी जाति के रूप में मुसलमानों का व्यापक वर्गीकरण सामाजिक न्याय के सिद्धांतों को कमजोर करता है।

 

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