सऊदी अरब, ईरान, रूस, सिंगापुर, वियतनाम और अन्य देश भारत के साथ दोस्ती करना चाहते हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि ‘हम अमेरिका और यूरोप के साथ-साथ रूस और अफ्रीकी देशों के साथ भी मिलकर काम कर सकते हैं। इसी तरह भारत एक तरफ इजराइल और दूसरी तरफ खाड़ी और अरब देशों से दोस्ती कर सकता है। उन्होंने अपने राष्ट्रीय हितों के लिए विभिन्न देशों के साथ अच्छे संबंध बनाने में सक्षम एक देश को ‘विश्व बंधु’ की संज्ञा दी।
उन्होंने अमेरिका, यूरोप, रूस, अफ्रीकी देशों, इजराइल, खाड़ी और अरब देशों सहित विभिन्न देशों के साथ भारत के संबंधों के बारे में विस्तार से बताया। इस जयशंकर ने दुनिया भर में साझेदारी करने की भारत की क्षमता का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ देशों में चल रहे युद्ध और अनिश्चितता के बीच कई देश भारत के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ा रहे हैं।
ग्लोबल कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए सरकार की पहल पर चर्चा करते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने तीन पाइपलाइन प्रोजेक्ट का जिक्र किया, जिसके जरिए यूएई के माध्यम से भारत को यूरोप से जोड़ना, ईरान और रूस से गुजरने वाले इंटरनेशनल नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर की स्थापना करना और ओडिशा तट और पूर्वोत्तर क्षेत्र के माध्यम से वियतनाम और हिंद-प्रशांत को जोड़ने का काम किया जाएगा।