मुजफ्फरनगर में खतौली इलाके के कैलावड़ा गांव में तांत्रिक के कहने पर भूत भगाने के लिए एक महिला ने अपने 2 भतीजे मार दिए। तांत्रिक ने महिला से कहा था कि उस पर भूत-प्रेत का साया है। इसे उतारने के लिए उसे बलि देनी होगी। इस पर महिला ने एक महीने के अंदर अपने ही दो भतीजों की बलि दे डाली। पुलिस ने मामले में हत्यारोपी महिला और उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया है। तांत्रिक फिलहाल फरार है. उसकी तलाश की जा रही है।
17 मई को यहां एक घर के अंदर से सात साल के बच्चे का शव बरामद हुआ था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। शव के पास से पुलिस ने तांत्रिक क्रिया का कुछ सामान और एक चिट्ठी भी बरामद की, जिस पर लिखा था- अब शांति मिली… आत्मा को शांति मिले। पुलिस को यहीं से शक हो गया कि मामला कुछ गड़बड़ है। इसकी जांच जारी रखी गई।
इससे पहले 24 अप्रैल को घर के अंदर से ही मृतक के पांच वर्षीय भाई का शव भी संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद हुआ था। उस समय परिजनों ने बीमारी के चलते मासूम की मौत होने की बात सोचकर मृतक बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया था।
जब पुलिस ने इस मामले की जांच की तो सामने आया कि बच्चों की चाची अंकिता और उसकी मां रीना ने तांत्रिक के कहने पर बच्चों की हत्या की थी। पुलिस ने अंकिता और रीना को गिरफ्तार कर लिया है और तांत्रिक की तलाश में जुटी हुई है।
पुलिस ने जब अंकिता से सख्ती से पूछताछ की तो उसने तांत्रिक की सारी बातें उन्हें बता दीं। बताया कि उसकी तबीयत अक्सर खराब रहती थी। जब उसने इस बारे में मां रीना को बताया तो वो उसे तांत्रिक रामगोपाल के पास ले गईं। तांत्रिक रामगोपाल के कहने पर ही अंकिता ने पहले 24 अप्रैल को अपने 5 वर्षीय भतीजे की चुन्नी से गला घोंटकर उसकी बलि दे दी थीय लेकिन कोई फायदा न होने पर उसने दोबारा तांत्रिक के कहने पर 17 मई को अपने दूसरे भतीजे केशव की भी बलि देकर हत्या कर दी।