सही उपचार मिलने पर ठीक हो सकता है क्लब फुट

– जिला अस्पताल में मनाया गया वर्ल्ड क्लब फुट डे

आगरा,
क्लबफुट उपचार के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अनुष्का फाउंडेशन ने जिला अस्पताल में गुरुवार को वर्ल्ड क्लबफूट डे मनाया । इस अवसर पर क्लबफुट के मरीजों का इलाज किया गया। सीएमएस डॉ. राजेंद्र कुमार अरोडा ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने अनुष्का फाउंडेशन के कार्य को सरहनीय बताया और क्लबफुट के मरीजों का हाल चाल लिया। हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. वीके दुबे ने क्लबफुट के 15 मरीजों का इलाज किया।

अनुष्का फाउंडेशन के राज कुमार राजावत ने बताया कि अनुष्का फाउंडेशन, एक गैर-लाभकारी संगठन जो भारत में क्लबफुट का इलाज करने के लिए प्रतिबद्ध है l अनुष्का फाउंडेशन राज्य सरकार और विभिन्न चिकित्सा कर्मचारियों के सहयोग से क्लबफुट से पीड़ित बच्चों को निशुल्क उपचार प्रदान कर रहा है। क्लबफुट एक जन्म जात विकृति है जो भारत में 800 नवजात शिशुओं में से एक को प्रभावित करता है।

इलाज न किए जाने या अधूरा इलाज दिए जाने से बच्चे गंभीर रूप से प्रभावित हो सकते हैं और उन्हें आजीवन विकलांगता का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, उचित उपचार से क्लबफुट का पूरी तरह से इलाज संभव है और आजीवन विकलांगता से आसानी से बचा जा सकता है। हालाँकि, क्लबफुट का इलाज किया जा सकता है, और इस तरह बाद में होने वाली विकलांगता को रोका जा सकता है, प्रभावित लोगों के जीवन को बदलने में मदद मिल सकती है।

उन्होनें ने बताया कि क्लबफुट के उपचार के लिए अनुष्का फाउंडेशन ने अपने क्लबफुट कार्यक्रम को लागू करने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के साथ साझेदारी की। संगठन क्लबफुट और उनके उपचार कार्यक्रम के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) योजना, आशा कार्यकर्ताओं, स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।

ऐसा ही एक क्लिनिक उत्तर प्रदेश के आगरा जिला अस्पताल में स्थापित किया गया है। अनुष्का फाउंडेशन के राज कुमार राजावत ने बताया कि जिला अस्पताल में क्लब फुट के 295 चिन्हित किए गए थे उनमें से 245 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
उनके कार्यक्रम मॉडल में प्रमुख हस्तक्षेप बिंदुओं में से एक क्लबफुट उपचार की पोंसेटी पद्धति में आर्थोपेडिक डॉक्टरों और कास्टिंग तकनीशियनों के लिए आयोजित चिकित्सा प्रशिक्षण है।

एक प्रशिक्षक द्वारा सहायक पर्यवेक्षण उन स्थानीय आर्थोपेडिक डॉक्टरों का मार्गदर्शन करता है जिन्होंने बुनियादी चिकित्सा प्रशिक्षण प्राप्त किया है ताकि वे अपनी सीख को ताज़ा कर सकें और कास्टिंग और टेनोटॉमी में अपने कौशल में सुधार कर सकें। मास्टर प्रशिक्षकों को क्लिनिक दिवस की अध्यक्षता करने के लिए आमंत्रित किया जाता है क्योंकि नए प्रशिक्षित डॉक्टर अपनी नियमित जांच करते हैं।

आरबीएसके के डीईआइसी मैनेजर रमाकान्त शर्मा ने बताया कि अनुष्का फाउंडेशन देश के हर जिले में क्लबफुट कार्यक्रम लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि हर बच्चे को इलाज तक पहुंच मिल सके। अनुष्का फाउंडेशन और सरकारी हितधारकों और भागीदारों के साथ हाथ मिलाकर, उनका लक्ष्य अपने कार्यक्रम को कुशलतापूर्वक लागू करना और यह सुनिश्चित करना है कि क्लबफुट के साथ पैदा होने के कारण कोई भी बच्चा विकलांग न रहे। समारोह में अनुष्का फाउंडेशन के राज कुमार राजावत एवम अस्पताल के डॉ. सी.पी. वर्मा, डॉ शशि, डॉ. नितेश मौजूद रहे ।

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