ऑगनबाड़ी सेविकाओं को दिया गया एक दिवसीय प्रशिक्षण

बालविकास के छः सेवाओं और गूगल रीड अलोंग एप्लीकेशन शामिल
– आकांक्षी प्रखंड परबत्ता के सेक्टर 2 की सेविकाओं को दिया गया प्रशिक्षण
– आईसीडीएस के योजनाओं की दी गई विस्तृत जानकारी

खगड़िया

सोमवार को जिले के परबत्ता बाल विकास परियोजना के सेक्टर 2 के सेविकाओं को एक दिवसीय आधारभूत प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें सेक्टर 2 की सभी सेविकाओं ने भाग लिया। यह प्रशिक्षण स्थानीय एलएस सीमा कुमारी के मौजूदगी में पिरामल फाउंडेशन के तत्वावधान में दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान मौजूद सेविकाओं को सरकार द्वारा चलाई जा रही आईसीडीएस से संबंधित विभिन्न प्रकार के योजनाओं और कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी गई साथ ही गूगल रीड अलोंग एप्लीकेशन के बारी में भी जानकारी दी गई की कैसे बच्चों को गूगल रीड आलोंग के द्वारा बच्चो को भाषा सीखने में मदद मिलेगी। साथ ही योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की भी विस्तृत जानकारी दी गई और अधिकाधिक लोगों को लाभान्वित करने पर बल दिया गया। ताकि लाभुकों को लाभ मिल सके और सरकार का उद्देश्य सफल भी सफल हो सके। इस मौके पर पिरामल फाउंडेशन के पीएल सेराज हसन, आईसीडीएस महिला पर्यवेक्षिका (एल एस) सीमा कुमारी उपस्थित थे।

– ऑंगनबाड़ी केंद्रों की बेहतर संचालन की दी गई जानकारी:
आकांक्षी प्रखंड परबत्ता के बंदेहरा में केंद्र संख्या 17 पर इस प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। पर्यवेक्षिका सीमा कुमारी ने बताया, प्रशिक्षण के दौरान मौजूद सेविकाओं को विभिन्न प्रकार के योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के साथ-साथ ऑंगनबाड़ी केंद्रों की भी बेहतर संचालन की जानकारी दी गई। बच्चों का पठन-पाठन, टीएचआर व पोषाहार वितरण, लोगों को सरकार की योजनाओं से लाभान्वित करने समेत अन्य आवश्यक जानकारी दी गई। वहीं, उन्होंने बताया, क्षमतावर्धन के लिए यह प्रशिक्षण काफी कारगर है।

– विभिन्न बिंदुओं पर दिया गया प्रशिक्षण और क्रियान्वयन की जानकारी :
प्रशिक्षण के प्रशिक्षक सह पिरामल फाउंडेशन के डीपीएल सेराज हसन ने बताया, प्रशिक्षण के दौरान मौजूद सेविकाओं को आईसीडीएस से संबंधित विभिन्न बिंदुओं और गूगल रीड अलोंग एप्लीकेशन पर प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें पूरक पोषाहार, पाठशाला पूर्व शिक्षा, पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा, संदर्भित सेवाएं, नियमित टीकाकरण, स्वास्थ्य परीक्षण, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, अन्नप्राशन, गोदभराई समेत अन्य योजनाओं और कार्यक्रमों की विस्तृतपूर्वक प्रशिक्षण दिया गया और बेहतर क्रियान्वयन की भी जानकारी दी गई। साथ ही योग्य लाभुकों को कैसे लाभ दिलाना है, तमाम जानकारियाँ भी दी गई। इसके अलावा अधिकाधिक लाभुकों को विभिन्न प्रकार के योजनाओं से लाभान्वित करने पर भी बल दिया गया।

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