– ग्रामीण और शहरी स्वास्थ्य, स्वच्छता और पोषण दिवस कार्यक्रम के तहत दी जाने वाली सेवाओं का भी होगा सघन अनुश्रवण और पर्यवेक्षण
– जिलास्तर पर डीआईओ के नेतृत्व में अधिकारियों के द्वारा किया जाएगा अनुश्रवण और पर्यवेक्षण
मुंगेर।
नियमित टीकाकरण के शत – प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त करने के उद्देश्य से जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक होगा सघन अनुश्रवण और पर्यवेक्षण । इस आशय कि जानकारी सिविल सर्जन डॉ. विनोद कुमार सिन्हा ने दी। उन्होंने बताया कि सरकार नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत पूर्ण प्रतिक्षण के शत प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सत्र स्थल से लेकर प्रखंड स्तर स्तर तक (ग्रामीण क्षेत्र सहित) प्रत्येक बुधवार और शुक्रवार को संचालित होने वाले नियमित टीकाकरण के साथ- साथ ग्रामीण और शहरी स्वास्थ्य, स्वच्छता और पोषण दिवस कार्यक्रम के अंतर्गत दी जाने वाली सेवाओं का सघन अनुश्रवण और पर्यवेक्षण करने का निर्णय लिया गया है। इसको ले राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक का पत्र भी प्राप्त हुआ है।
उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर सघन अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षण का कार्य जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी (डीआईओ) के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और सहयोगी संस्थाओं के जिला स्तरीय पदाधिकारी के द्वारा किया जायेगा। इसके साथ ही प्रखंड स्तर पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, आईसीडीएस कि सीडीपीओ के साथ सहयोगी संस्थाओं डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ के प्रतिनिधि के द्वारा ग्रामीण और शहरी स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस के अवसर पर प्रत्येक बुधवार और शुक्रवार को नियमित टीकाकरण के साथ दिए जा रहे सभी सेवाओं का सघन अनुश्रवण और पर्यवेक्षण किया जाएगा।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉक्टर अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि अनुश्रवण और पर्यवेक्षण के लिए प्रखंड में सत्र स्थल का निर्धारण इस प्रकार किया जाएगा कि आगामी दो से तीन महीने के अंदर जिला भर के विभिन्न प्रखंडों के स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर आयोजित होने वाले ग्रामीण और शहरी स्वास्थ्य, स्वच्छता और पोषण दिवस कार्यक्रम के अंतर्गत दी जाने वाली सेवाओं का सघन अनुश्रवण और पर्यवेक्षण का कार्य पूर्ण हो सके ।
उन्होंने बताया कि सत्र स्थल एवं घर-घर भ्रमण के बाद जिला स्तरीय पदाधिकारी के द्वारा संबंधित प्रखंड के प्राथमिक, सामुदायिक और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर शीत श्रृंखला/वैक्सीन, दवा आदि सामग्रियों कि स्थिति, संस्थागत टीकाकरण, आशा या अन्य उत्प्रेरक के भुगतान कि समीक्षा की जाएगी। इसके साथ ही संबंधित संस्थान में जन्म लेने वाले शिशुओं को बर्थ डोजेजे एवं विटामिन के कि खुराक देना सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक सोमवार को 3 बजे सिविल सर्जन कि अध्यक्षता में जिला स्तरीय साप्ताहिक बैठक आयोजित कि जायेगी। इस बैठक में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी (डीआईओ) के अलावा जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) के अलावा जिला पंचायती राज पदाधिकारी (डीपीआरओ), आईसीडीएस कि डीपीओ और सहयोगी संस्थाओं के जिला स्तरीय पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। इसके अतिरिक्त महीने में एक बार जिला पदाधिकारी कि अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स कि समीक्षा बैठक आयोजित कि जाएगी।।