एमपीए सब कुटेनियस कि सेवा प्रखंड स्तर पर उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से डॉक्टरों को दिया जा रहा प्रशिक्षण : एसीएमओ

 

– न्यू फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल मुंगेर के सभागार में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में मेडिकल ऑफिसर को दिया गया प्रशिक्षण

– परिवार नियोजन से जुड़ी तमाम तकनीकी पहलुओं से पहलुओं से डॉक्टरों को कराया गया रूबरू

मुंगेर, 2 जुलाई 2024

परिवार नियोजन के नए अस्थाई साधन एमपीए सब कुटेनियस कि सेवा प्रखंड स्तर पर उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से डॉक्टरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस आशय कि जानकारी मंगलवार को न्यू फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल के सभागार में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा परिवार नियोजन के नए अस्थाई साधन एमपीए सब कुटेनियस के प्रति जागरूकता को ले आयोजित मेडिकल ऑफिसर के प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला के अपर मुख्य चिकित्सा पदाधकारी (एसीएमओ) डॉक्टर आनंद शंकर शरण सिंह ने कही।

उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल मुंगेर, सीएचसी जमालपुर, एपीएचसी गढ़ीरामपुर, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर इंद्ररुख पश्चिम और पड़हम में अभी पायलट प्रोजेक्ट के तहत महिलाओं को एमपीए सब कुटेनियस इंजेक्ट किया जा रहा है। मंगलवार को सदर अस्पताल मुंगेर सहित जिला के लगभग सभी प्रखंड में कार्यरत मेडिकल ऑफिसर (एमओ) को एमपीए सब कुटेनियस से जुड़ी सभी तकनीकी पहलुओं से मास्टर ट्रेनर डॉक्टर स्वाति एट्रोलिया के द्वारा विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई ताकि ये सभी मेडिकल ऑफिसर अपने- अपने क्षेत्र में महिलाओं को परिवार नियोजन के नए अस्थाई साधन एमपीए सब कुटेनियस के प्रति विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए जागरूक कर अपने नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान जहां अभी यह सुविधा दी जा रही है वहां भेजें ताकि उन्हें सुविधा दी जा सके।

आने वाले दिनों में जब पायलट प्रोजेक्ट खत्म हो जाएगा और लक्ष्य के अनुरूप सफलता मिल जायेगी तब संभव है कि जिला भर के सभी प्रखंडों में कार्यरत पीएचसी और सीएचसी पर लाभार्थी के लिए एमपीए सब कुटेनियस लगवाने कि यह सुविधा उपलब्ध हो तो डॉक्टरों को इस प्रशिक्षण से काफी सहूलियत मिलेगी।

इस अवसर पर आर पी एम रूप नारायण शर्मा, मुंगेर प्रमंडल, मुंगेर, डीसीएम निखिल राज, पीएसआई इंडिया के स्टेट से आई डॉक्टर सेजल, मास्टर ट्रेनर के रूप में डॉक्टर स्वाति एट्रोलिया, सदर अस्पताल कि डॉक्टर स्मृति सिंह, पीएसआई इंडिया कि मैनेजर प्रोग्राम सपोर्ट नेहा, और डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम इम्लीमेंटेशन कौशल कुमार सिंह, सदर अस्पताल के परिवार नियोजन परामर्श दाता योगेश कुमार सहित कई अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।

जिला के विभिन्न प्रखंडों से आए मेडिकल ऑफिसरों को प्रशिक्षण देते हुए मास्टर ट्रेनर रूप में मौजूद डॉक्टर स्वाति एट्रोलिया ने बताया कि एमपीए इंट्रा मस्कुलर कि तरह ही एमपीए सब कुटेनियस भी काम करता है। दोनों में ही मेडॉक्सी प्रोजेस्ट्रॉन एसिटेट होता है। सब कुटेनियस में इंट्रा मस्कुलर कि तुलना में कम दवा होती है और यह प्री लोडेड होती है इसलिए इसको कहीं भी लाने ले जाने में कोई असुविधा नहीं होती है।

इसको लाभार्थी को लगाना भी काफी सुविधाजनक होता है। इंट्रा मस्कुलर को जहां मांसपेशियों में दिया जाता है वहीं सब कुटेनियस को त्वचा के नीचे दिया जाता है। इसका निडिल भी छोटा होता है जिससे लाभार्थी को कोई परेशानी नहीं होती है।

इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य समिति के जिला सामुदायिक उत्प्रेरक (डीसीएम) निखिल राज ने आगामी 11 जुलाई विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले परिवार नियोजन स्थिरीकरण पखवाड़ा के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। इस अवसर पर उन्होंने परिवार नियोजन के सभी स्थाई और अस्थाई साधन और उसमें मिलने वाली प्रोत्साहन राशि के बारे में बताया।

इसके साथ ही उन्होंने परिवार नियोजन का स्थाई साधन अपनाने के बाद लाभार्थी कि मौत होने या परिवार नियोजन का साधन फेल्योर होने पर लाभार्थी या उनके परिजनों को मिलने वाली सरकारी मुआवजा राशि कि भी जानकारी दी ।

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