परिवार नियोजन सेवाएं सरकारी संस्थानों में बेहतर उपलब्ध- सिविल सर्जन

• परिवार नियोजन एवं शहरी स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण पर हुई बैठक सह उन्मुखीकरण कार्यशाला
• 13 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों ने की शिरकत
• जिला स्वास्थ्य समिति,एनयूएचएम एवं पीएसआई इंडिया के तत्वावधान में कार्यशाला का हुआ आयोजन

पटना।

जिले में स्वास्थ्य सेवाओं तथा परिवार नियोजन सेवाओं के सुदृढ़ीकरण पर बैठक सह उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में जिले के 13 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में 7 हाई इम्पैक्ट एप्रोच के बारे में विस्तार से चर्चा किया गया। बैठक सह कार्यशाला में मुख्य अतिथि डॉ. मिथिलेश कुमार, सिविल सर्जन, पटना, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एस.पी.विनायक, पियूष रंजन, क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक, स्वास्थ्य सेवाएं, एनसीडीओ रजनीश चौधरी सहित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के अधिकारीयों ने भाग लिया।

सभी योग्य दंपत्तियों तक परिवार नियोजन की सेवायें पहुँचाना अनिवार्य:
प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए डॉ. मिथिलेश कुमार, सिविल सर्जन, पटना कि सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में परिवार नियोजन की सेवाएं निजी संस्थानों की अपेक्षा बेहतर तरीके से लाभार्थियों को उपलब्ध करायी जा रहीं हैं। उन्होंने कहा कि सभी को यह प्रयास करने की जरुरत है कि निजी चिकित्सीय संस्थान भी मरीजों को सरकारी संस्थानों को रेफर करें। उन्होंने कहा कि सभी योग्य लाभार्थियों तक परिवार नियोजन की सेवाओं को पहुँचाना अनिवार्य है।

परिवार नियोजन के लिए समुदाय को जागरूक एवं प्रेरित करने की है जरुरत- डॉ. एस.पी.विनायक
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, डॉ. एस.पी.विनायक ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि परिवार नियोजन सेवाओं की उपलब्धता एवं इसके लाभ के बारे में समुदाय को जागरूक एवं प्रेरित करने की है जरुरत है। उन्होंने नियमित टीकाकरण की कवरेज को बढ़ाने पर भी बल दिया. उन्होंने सभी शामिल चिकित्सा पदाधिकारियों को नियमित टीकाकरण सत्र पर शहरी स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस आयोजित करने के लिए निर्देशित किया।

बैठक सह कार्यशाला उन्हें अन्य स्वास्थ्यकर्मियों का क्षमतावार्धन करने की उद्देश्य से किया गया. सभी चिकित्सा पदाधिकारी मास्टर कोच की भूमिका में कर्मचारियों को उनकी विशिष्ट विभागीय चुनौतियों के लिए सर्वोत्तम समाधान निकलने के बारे में सलाह और मार्गदर्शन पर चर्चा की। मौजूदा बुनियादी ढांचे का विश्लेषण करना और प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और दक्षता बनाने में मदद करने के लिए सुधार लागू करना एवं परिवार नियोजन सेवाओं को हाई इम्पैक्ट इंटरवेंशन के द्वारा बेहतर तरीके से संपादित करने पर बल दिया गया। बैठक में पियूष रंजन, क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ. संजीव ने भी अपने विचार रखे।

कार्यशाला में शामिल प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों द्वारा परिवार नियोजन की सेवाओं को बेहतर तरीके से संपादित करने के लिए आंकड़ों का सही संवर्धन एवं स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के क्षमतावर्धन पर बल दिया गया। उन्होंने ग्रुप कार्य के माध्यम से सुविधाओं के सशक्तिकरण की प्रस्तुति दी।

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