यह खुलासा उत्तर प्रदेश के कानपुर में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की जांच में हुआ है। शासन के निर्देश पर खाद्य एवं औषधि विभाग ने अभियान चलाकर शहर की 13 मसाला फैक्टरियों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। अलग-अलग कारखानों से करीब 33 सब्जी मसालों के नमूने लिए थे। सभी जांच के लिए लैब भेजे गए थे जिनमें से 23 नमूने फेल हो गए। ऐसे मसाले खाने से आंसू आना, खांसी, हृदय, लिवर और किडनी पर प्रभाव पर सकता है।
सहायक खाद्य आयुक्त ने बताया कि बड़ी कंपनियों के मसालों समेत अन्य कंपनियों के 23 नमूनों में कीड़े, दूषित पदार्थ मिला है अब उनकी बिक्री पर रोक लगा दी गई है। अब खाद्य विभाग ने सभी के खिलाफ एडीएम सिटी कोर्ट में वाद दायर किया है। इसके बाद जुर्माना तय होगा। जानकारों ने बताया कि ब्रांडेड कंपनियों के मसाले गोरखपुर, जौनपुर, झांसी, वाराणसी, फतेहपुर, बहराइच सहित कई शहरों में बेचे जा रहे हैं।