सीपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, नरेला  में कानून, प्रबंधन और आईटी पाठ्यक्रमों के प्रथम वर्ष के विद्यार्थियो के लिए कियाओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित

नईदिल्ली।

सीपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, नरेला (सीपीजे ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस का एक हिस्सा) बीबीए/ बीसीए/ बी.टेक (सीएसई)/ बी.ए.एलएल.बी,/ एलएलबी/ और एलएलएम के प्रथम वर्ष के छात्रों के स्वागत के लिए 3 अगस्त, 2024 को ओरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित किया। माननीय न्यायमूर्ति राजेश टंडन, पूर्व न्यायाधीश, उत्तराखंड उच्च न्यायालय और श्री हरप्रीत सिंह, वरिष्ठ स्थायी वकील, डीआरआई और डीजीजीआई, दिल्ली उच्च न्यायालय ने क्रमशः मुख्य अतिथि और सम्मानित अतिथि के रूप में इस अवसर की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई, जिसके बाद विशिष्ट अतिथियों, महानिदेशक डॉ. युगांक चतुर्वेदी, निदेशक (शैक्षणिक)नेहा मित्तल, डॉ. अमित जैन, निदेशक (कॉर्पोरेट अफेयर्स) और अन्य गणमान्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन किया। इसके बाद हमारे दो विद्यार्थियो ने ज्ञान की देवी मां सरस्वती की स्तुति में गायन और संगीत पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया।

ओरिएंटेशन कार्यक्रम ने छात्रों के लाभ के लिए सीपीजे आईएमटी में उपलब्ध उत्कृष्ट बुनियादी सुविधाओं और शिक्षण और सीखने की सर्वोत्तम सहायता प्रणाली पर प्रकाश डाला।  अपने स्वागत भाषण में श्री युगांक चतुर्वेदी ने छात्र जीवन में अनुशासन और आत्म विश्वास के महत्व पर जोर दिया। एक दिवसीय ज्ञानवर्धक एवं प्रेरक कार्यक्रम के दौरान दोनों विद्वान अतिथियों द्वारा मुख्य भाषण से विद्यार्थियों का मार्गदर्शन एवं प्रोत्साहन किया गया। मुख्य अतिथि माननीय न्यायमूर्ति राजेश टंडन ने अपने भाषण की शुरुआत में हमें गणेश वंदना के महत्व की याद दिलाते हुए कहा कि यह व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन दोनों में बिना किसी बाधा के सौभाग्य लाता है। जो छात्र गणेश वंदना करते हैं उन्हें उन्नत बुद्धि और ज्ञान का आशीर्वाद मिलता है। न्यायमूर्ति टंडन ने नए छात्रों की सराहना की और कहा कि वे भाग्यशाली हैं कि उन्हें शहर के इस प्रमुख संस्था में प्रवेश मिला।  उन्होंने आगे कहा कि कानून और कानूनी अध्ययन, प्रबंधन और सूचना प्रौद्योगिकी के छात्रों के पास इस प्रतिस्पर्धी युग में सफल होने और चमकने के लिए अपने भविष्य के करियर की काफी संभावनाएं हैं। पूर्व न्यायाधीश श्री टंडन ने मौलिक अधिकारों और शिक्षा के अधिकार की सुरक्षा से संबंधित माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णयों का हवाला दिया। एक ऐतिहासिक फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने मोहिनी जैन के पक्ष में फैसला सुनाया। न्यायालय का मानना ​​है कि वित्तीय बाधाओं के कारण शिक्षा से इनकार करना अनुच्छेद 21 के तहत जीवन के मौलिक अधिकार का उल्लंघन है। मुख्य अतिथि ने बताया कि मुकदमेबाजी, कॉर्पोरेट और आईपीआर आदि के क्षेत्र में सफलता और प्रगति की पर्याप्त संभावना है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित भी किया। छात्रों से कहा कि “आप भाग्यशाली हैं कि सीपीजेआईएमटी में अपनी सीट सुरक्षित करने में सफल रहे, जो दिल्ली और एनसीआर के प्रमुख संस्थानों में से एक है।

इसके बाद, विद्वान अधिवक्ता श्री हरप्रीत सिंह ने छात्रों को यू.जी. और पीजी पाठ्यक्रमो के प्रमुख संस्थान यानी सीपीजेआईएमटी में प्रेरणा और संतुष्टि की भावना के साथ 2 से 5 साल की शैक्षिक यात्रा के लिए प्रोत्साहित और प्रबुद्ध करने के लिए संबोधित किया। अपने विविध अनुभव के आधार पर उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कानून एक महान पेशा है, कानून स्नातकों के लिए विभिन्न नौकरियां अच्छी मात्रा में उपलब्ध हैं। चाहे वह कानूनी फर्म हो, कॉर्पोरेट, बैंकिंग, बीमा, सरकारी विभाग, एलपीओ आदि। इन सभी सेवाओं में हमेशा अच्छे वकीलों की मांग रहती है। समर्पित और मेहनती छात्र न्यायपालिका परीक्षा में भी सफलता प्राप्त कर सकते हैं। माननीय अधिवक्ता ने छात्रों को सलाह देते हुए अपना संबोधन समाप्त किया कि एक उत्सुक, प्रतिबद्ध और ईमानदारी वाले व्यक्ति के लिए कुछ भी असंभव नहीं है। विद्वान अतिथि वक्ता ने सीपीजे आईएमटी में दी जा रही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की सराहना की और छात्रों को आश्वासन दिया कि वे सुरक्षित हाथों में हैं। सीपीजेआईएमटी के शिक्षक अच्छी तरह से योग्य हैं। उन्होंने नव प्रवेशित छात्रों के लिए इस तरह के शैक्षिक और प्रेरक कार्यक्रम आयोजित करने और इस महत्वपूर्ण अवसर पर छात्रों के साथ बातचीत करने का अवसर प्रदान करने के लिए सीपीजे प्रबंधन को धन्यवाद दिया।

डॉ. युगांक चतुर्वेदी ने अपने, समापन भाषण और बातचीत में, मानव द्वारा सर्वोत्तम संतुलन कार्यों का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि जीवन संतुलन का मतलब एक छात्र होने के नाते अपने शैक्षणिक कार्यों में पर्याप्त प्रयास करने के साथ-साथ अपने शौक, सामाजिक, खेल और सांस्कृतिक पहलुओं का आनंद लेना भी है। महानिदेशक ने कहा कि सोचने का समय पढ़ने और लिखने के समय जितना ही महत्वपूर्ण है। प्रत्येक छात्र के लिए दैनिक समय-सारणी की योजना बनाना, लक्ष्य निर्धारित करना, मित्र बनाना और स्वस्थ और सक्रिय जीवन शैली बनाए रखना आवश्यक है।

अकादमिक निदेशक डॉ. नेहा मित्तल और कॉर्पोरेट मामलों के निदेशक डॉ. अमित जैन ने सह-पाठ्यचर्या संबंधी गतिविधियों के लिए बुनियादी सुविधाओं, खेल सुविधाओं और छात्रों को भाग लेने और व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने के लिए प्रदान किए गए विभिन्न प्लेटफार्मों पर प्रकाश डाला। उन्होंने आगे कहा कि यहां सीपीजेआईएमटी में हम छात्रों को बेहतर शैक्षणिक परिणाम दिखाने के लिए तैयार करते हैं। प्रबंधन और संकाय यह सुनिश्चित करने के लिए हर सुविधा प्रदान करते हैं कि छात्र वैश्विक नागरिकों के रूप में अपने भविष्य के कैरियर में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अधिक प्रेरित, उच्च कुशल और अच्छी तरह से प्रशिक्षित बनें।

ओरिएंटेशन कार्यक्रम सहायक प्रोफेसर और कैम्पस कोऑर्डिनेटर सुश्री इश्मीत कौर सोढ़ी द्वारा प्रस्तावित जलपान और धन्यवाद प्रस्ताव के साथ संपन्न हुआ। उन्होंने विशिष्ट अतिथि वक्ताओं, छात्रों और इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया।

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