– टीबी की जांच के लिए सूबे में 84 सीबी-नॉट और 207 ट्रू-नॉट मशीन उपलब्ध व कार्यरत
– टीबी मरीजों के नोटिफिकेशन टारगेट को कम से कम 90 प्रतिशत प्राप्त करना अनिवार्य
पटना।
राज्य में बीते तीन साल के दौरान टीबी मरीजों के संपर्क में रहे लोगों की अब प्रत्येक 6 माह पर स्क्रीनिंग की जाएगी। सभी क्रियाशील हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर इसके लिए टीबी मरीजों की लाइन लिस्टिंग तैयार की जायेगी। उनके संपर्क में रहने वाले घर के लोगों की प्रत्येक 6 माह पर जांच होगी। स्वास्थ्य विभाग की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में यह निर्णय किया गया। बैठक में निक्षय पोषण योजना के लाभुकों को समय से भुगतान करने का भी फैसला हुआ है।
90 प्रतिशत किया जाए टीबी मरीजों का नोटिफिकेशन:
बैठक में निर्देश दिया गया कि टीबी मरीजों के नोटिफिकेशन टारगेट को कम से कम 90 प्रतिशत प्राप्त किया जाए। बैठक में बताया गया कि पहले से उपलब्ध ट्रू-नॉट मशीन के अलावा 232 नये ट्रू-नॉट मशीन टीबी के मरीजों की जांच के लिए जिलों को उपलब्ध कराया जा रहा है। बैठक में सभी जिलों में कम से कम एक लैब तकनीशियन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का भी निर्देश दिया गया। बैठक में प्रिसमटिव टीबी एग्जामिनेशन रेट एवं ट्रीटमेंट सक्सेस रेट को बढ़ाने एवं इसकी प्रविष्टि पोर्टल पर ससमय करने का निर्देश दिया गया।
राज्य में 84 सीबी-नॉट एवं 207 ट्रू-नॉट मशीन उपलब्ध:
विदित हो कि राज्य में टीबी रोगियों की प्रभावी पहचान के लिए 84 सीबी-नॉट मशीन एवं अब 207 ट्रू-नॉट मशीन उपलब्ध व कार्यरत हैं. उपलब्ध ट्रू-नॉट मशीनों में 37 डीओ मशीन (जिसमें एक बार में एक सैंपल की जांच) एवं 170 क्वाटरो मशीन (जिसमें एक साथ चार सैंपल की जांच) उपलब्ध करायी जाती है। इन मशीनों द्वारा टीबी एवं रिफाम्पिसिन रेजिस्टेंट टीबी की भी जांच की जा सकती है। राज्य यक्ष्मा भंडार एवं जिला यक्ष्मा केंद्रों में टीबी एवं रिफाम्पिसिन रेजिस्टेंट टीबी जांच के लिए आवश्यक चिप्स पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।