– मोबाइल एप के माध्यम से दवा वितरण में राज्य में पहले स्थान पर मुंगेर
– अनुमंडलीय अस्पताल तारापुर 297 प्रकार कि दवा कि उपलब्धता के साथ राज्य में पहले स्थान पर
– हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर औसतन 123 प्रकार कि दवा कि उपलब्धता के मुंगेर जिला राज्य में पहले स्थान पर
मुंगेर।
जिले के 96% स्वास्थ्य संस्थानों में ड्रग एंड वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम (डीवीडीएमएस) ) / ई. औषधि मोबाइल एप के माध्यम से दवा के वितरण में मुंगेर राज्य में पहले स्थान पर आया है। इस आशय कि जानकारी सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिन्हा ने दी। उन्होंने बताया कि 94% स्वास्थ्य संस्थानों पर डीवीडीएमएस / ई. औषधि एप के माध्यम से दवा वितरण के साथ मधुबनी जिला राज्य भर में दूसरे और 91% स्वास्थ्य संस्थानों में मोबाइल एप से दवा वितरण के साथ गोपालगंज जिला राज्य में तीसरे स्थान पर आया है।
उन्होंने बताया कि मुंगेर जिला के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर औसतन 123 प्रकार कि दवा उपलब्ध है। इस मामले में मुंगेर जिला राज्य भर में पहले पायदान पर आया है।
मंगलवार को ड्रग एंड वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम (डीवीडीएमएस) के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार मुंगेर जिलांतर्गत अनुमंडल अस्पताल तारापुर में उपलब्ध कुल 297 प्रकार कि दवाओं कि उपलब्धता के साथ अनुमंडल अस्पताल कि कैटेगरी में अनुमंडल अस्पताल तारापुर राज्य में पहले स्थान पर आया है। वहीं पटना जिला का अनुमंडल अस्पताल मसौढ़ी 260 प्रकार कि दवाओं कि उपलब्धता के साथ राज्य में दूसरे तथा वैशाली जिला का अनुमंडल अस्पताल महुआ 249 प्रकार कि दवाओं कि उपलब्धता के साथ राज्य में तीसरे स्थान पर आया है।
उन्होंने बताया कि डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल कि कैटेगरी में सदर अस्पताल मुंगेर 354 प्रकार कि दवाओं कि उपलब्धता के साथ राज्य में तीसरे स्थान पर आया है। वहीं 361 प्रकार कि दवाओं कि उपलब्धता के साथ सदर अस्पताल कटिहार राज्य में दूसरे तथा 363 प्रकार कि दवाओं कि उपलब्धता के साथ सदर अस्पताल लखीसराय राज्य में पहले स्थान पर आया है।
जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) मो. फैजान आलम अशरफी ने बताया कि राज्य के निर्देशानुसार जिला अस्पताल में कुल 456, अनुमंडल अस्पताल में कुल 313, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कुल 309 और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कुल 151 प्रकार कि दवाओं कि उपलब्धता सुनिश्चित की जानी है। जिला भर के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए सिविल सर्जन डॉ. विनोद कुमार सिन्हा के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के द्वारा लगातार समीक्षा किया जा रहा है।