बिहार में एक से 30 सितंबर तक चलेगा पोषण माह

 

– आईसीडीएस निदेशालय द्वारा पूरे माह चलाया जाएगा यह जागरूकता अभियान
– एनीमिया, वृद्धि निगरानी, पूरक आहार जैसे छह विषयों पर होगा मुख्य फोकस
– पोषण भी और पढ़ाई भी पर भी रहेगा जोर, एक पेड़ माँ के नाम का होगा नारा

पटना।

समाज में पोषण की स्थिति में सुधार करने और पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाने लिए एक से 30 सितंबर तक पोषण माह का आयोजन किया जाएगा। समेकित बाल विकास सेवाएँ (आईसीडीएस) निदेशालय, समाज कल्याण विभाग द्वारा आयोजित इस पोषण माह को इस बार छह मुख्य विषयों पर केन्द्रित कर गतिविधियां की जायेंगी। गर्भवती महिलाओं, नवजात, किशोरियों को एनिमिया से बचाव हेतु भी उचित परामर्श दिया जाएगा। इस दौरान सेविका/सहायिका, महिला पर्यवेक्षिका, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी द्वारा एवं जिला/परियोजना स्तर पर पूरे राज्य में अनेक गतिविधि करवाई जायेंगी।

थीम तय कर उसके अनुसार गतिविधि का कैलेंडर भी जारी किया जाएगा। पूरे माह करोड़ों गतिविधि करवाई जाएगी। वर्ष 2023 के पोषण माह में 7.78 करोड़ संवदेनशील गतिविधि की गयी थी। इसकी तैयारी को अन्तिम रूप देने के लिए मंगलवार को समाज कल्याण विभाग के सचिव कार्यालय कक्ष में स्वास्थ्य, शिक्षा, पंचायती, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग आदि के साथ समीक्षा बैठक की गई।

बच्चों के विकास के लिए चलेगा विशेष अभियान
इस बार पोषण माह के दौरान हर बच्चे के पोषण की ट्रैकिंग की जाएगी। यह भी बताया जाएगा कि कि बच्चों को क्या खिलाना चाहिए? इस क्रम में छह साल तक के सभी बच्चे की वृद्धि की निगरानी की जाएगी। इसके अलावा, माताओं व उनके परिवारजनों को भी बच्चों को मां का दूध पिलाने के महत्व के प्रति जागरूकता किया जाएगा। छह माह तक के बच्चे को सिर्फ मां के दूध व 6 माह पूर्ण होने के बाद माँ के दूध के साथ-साथ ऊपरी आहार खिलाने और 2 वर्ष तक स्तनपान जारी रखने के लिए बताया जाएगा।
– पोषण भी और पढ़ाई भी पर चलेगा विशेष अभियान
पोषण माह के दौरान पोषण भी और पढ़ाई भी पर विशेष अभियान चलाया जाएगा। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत 0-3 साल के बच्चों के प्रारम्भिक उत्प्रेरण हेतु नवचेतना और आंगनवाड़ी केन्द्रों में तीन से छह वर्ष की आयु के बच्चों के लिए जो आधारशिला एक विस्तृत 48-सप्ताह का पाठ्यक्रम है, उसका उपयोग किया जाएगा। आंगनवाड़ी केंद्रों में शिक्षा चौपाल का भी आयोजन किया जाएगा तथा आंगनवाड़ी केंद्रों में ईसीसीई (प्रारम्भिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा) लर्निंग कॉर्नर्स भी बनाए जाएंगे।
एक पेड़ माँ के नाम :
समाज कल्याण विभाग के सचिव और वरिष्ठ आइएएस अधिकारी प्रेम सिंह मीणा ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से पोषण माह के दौरान “एक पेड़ मां के नाम” थीम के अंतर्गत वृक्षारोपण गतिविधियों का भी आयोजन किया जाना है। इस संबंध में निदेशालय द्वारा पत्र जारी किए गए है। इसके अतिरिक्त पोषण माह के दौरान ये सारी गतिविधियां भी करवाई जाएगी:- हाथ की धुलाई, व्यायाम/योग, वृक्षारोपण, किशोरियों के लिए पोषण शिक्षा, रेडियो गतिविधि, समुदाय आधारित गतिविधि ( गोदभराई, अन्नप्राशन, प्रारम्भिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा दिवस) साइकिल रैली, प्रभात फेरी, स्वयं सहायता समूह के साथ बैठक, हाट बाजार गतिविधि, गृह भ्रमण, मुखिया के साथ बैठक, नुक्कड़ नाटक, पोषण मेला/सेमिनार आदि शामिल है।

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