— अगस्त में गोपालगंज और अरवल टेली कंसल्टेशन में सबसे आगे
— उच्च जोखिम वाली गर्भवती की पहचान और दूर दराज के क्षेत्रों में पहुंच रही चिकित्सकीय सेवा
पटना।
व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सुनिश्चित करने के लिए राज्य में पंजीकृत स्वास्थ्य उप केंद्रों से टेली कंसल्टेशन की सुविधा प्रदान की जा रही है। यह सेवा प्रजनन और बाल स्वास्थ्य सेवाओं सहित कुल 12 तरह की सेवाओं के लिए निवारक, प्रोत्साहन, पुनर्वास और उपचारात्मक सेवा प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रहा है।
टेली कंसल्टेशन से एक ओर दूरदराज के क्षेत्रों में विशेषज्ञ चिकित्सकीय सुविधा पहुंच रही है वहीं उच्च जोखिम वाली गर्भवतियों की पहचान कर उन्हें सुरक्षित प्रसव के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। टेली कंस्लटेशन की महत्ता को समझाते हुए पटना एम्स में एडिशनल प्रोफेसर डॉ इंदिरा प्रसाद कहती हैं कि ग्रामीण क्षेत्र में टेली कंसल्टेशन की सुविधा से गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो रही है। इससे टेली-हेल्थ/रेफरल की निरंतरता को बढ़ाने में भी सहायता मिल रही है। यह मातृ स्वास्थ्य में उच्च जोखिम वाली गर्भवतियों के लिए भी फायदेमंद है।
अगस्त माह में टेली कंसल्टेशन में अरवल अव्वल
ई संजीवनी पोर्टल के अनुसार, राज्य में अगस्त माह में टेली कंसल्टेशन करने में अरवल पूरे राज्य में अव्वल रहा। इसने लक्ष्य के विरूद्ध 98 प्रतिशत टेली कंसल्टेशन किया। वहीं टेली कंसल्टेशन करने में भी अरवल जिला आगे रहा। यहां के लगभग 93.5 प्रतिशत चयनित स्वास्थ्य उपकेंद्रों ने टेली कंसल्टेशन की सुविधा प्रदान की गयी है। वहीं टेली कंसल्टेशन की बेहतर सुविधा प्रदान करने वाले जिलों में गोपालगंज, पटना, कैमूर, भोजपुर, मुंगेर और लखीसराय शामिल हैं।