नई दिल्ली।
सेमीकंडक्टर उत्पादन के क्षेत्र में एलएंडटी सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी भी आई मैदान में, टाटा और अडानी के बाद इस क्षेत्र में यह तीसरी कम्पनी है। इसके अलावा कुछ और भी कंपनी इस क्षेत्र में आने वाली हैं। इस प्रकार जल्द ही भारत सेमीकंडक्टर चिप उत्पादन का एचबी बन जाएगा।
लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड फिलहाल चिप कंपनी बनाने के लिए 300 मिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश करने की प्लानिंग कर रही है। L&T इसके लिए भारतीय कंपनियों के साथ हाथ मिलाने के अवसर तलाश रही है। दुनिया की बड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनियों में शुमार लार्सन एंड टुब्रो तीन सालों में इस फंड की मदद से एक फैबलेस चिप मैन्युफैक्चरिंग कंपनी सेटअप करेगी।
यह सेमीकंडक्टरों के डिजाइन और बिक्री के लिए जिम्मेदार होगी, लेकिन उसका उत्पादन कॉन्ट्रैक्ट्स पर देगी। एलएंडटी सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजीज के हेड संदीप कुमार ने कहा कि उनका प्लान इस साल के अंत तक 15 प्रोडक्ट्स को डिजाइन और 2027 में बिक्री शुरू करने की है।
चीन और अमेरिका के बीच तनाव के चलते चिप मैन्युफैक्चरर्स सहित इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां चीन और ताइवान के अलावा ऑप्शंस की तलाश कर रही हैं। इस दौरान भारत एक आदर्श विकल्प के रूप में उभर रहा है।