गृहमंत्रालय के सूत्रों के हवाले से जामिया हिंसा को लेकर खबर आ रही है कि जामिया में प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने कोई गोली नहीं चलाई।
इसके साथ ही जिन 10 लोगों को पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किया है वह सभी आपराधिक पृष्ठभूमि से हैं। इनके अलावा कई और असामाजिक तत्वों की भी पहचान की जा रही है।
पुलिस सूत्रों की ओर से जानकारी सामने आ रही है कि जांच में पुलिस को कुछ वाट्सएप ग्रुप मिले हैं जिनसे भड़काऊ संदेश इधर से उधर भेजे गए।
साथ ही आगे जांच में कुछ बड़े नाम भी सामने आ सकते हैं जो हिंसा के लिए जिम्मेदार होंगे। पुलिस का मानना है कि हिंसा फैलाने के लिए पूरी साजिश रची गई।
आज कोर्ट में पेश होंगे गिरफ्तार लोग, पुलिस का कहना है कि जल्द ही कुछ नई गिरफ्तारियां भी की जाएंगी। जिन दस लोगों की गिरफ्तारियां की गई हैं वह वीडियो फुटेज के आधार पर हैं।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने प्रदर्शनों के चलते मथुरा रोड से कालिंदी कुंज जाने वाले रास्ते (रोड नं. 13A) यातायात के लिए बंद कर रखा है। नोएडा से आने वाले यात्रियों से निवेदन है कि वह दिल्ली आने के लिए डीएनडी या अक्षरधाम का इस्तेमाल करें।
इस बीच, पुलिस ने जामिया नगर हिंसा में अज्ञात लोगों के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की है और मामले की जांच दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को सौंप दी गई है।