भारत में 79 प्रतिशत परिवारों के पास एक या अधिक मेड इन चाइना गैजेट, लोगों का डेटा चीन कर सकता है चोरी

नई दिल्ली।

भारत में 79 प्रतिशत परिवारों के पास एक या अधिक मेड इन चाइना गैजेट हैं और जाने अनजाने वे अपने डेटा चीन भेज रहे हैं। एक सर्वे में मेड इन चाइना प्रोडक्ट को लेकर बड़ा खुलासा किया है। इस सर्वे में यह बताया गया है कि 79 प्रतिशत भारतीय परिवारों के पास एक या अधिक मेड इन चाइना गैजेट हैं, जिसकी वजह से उन पर सर्विलांस का खतरा मंडरा रहा है। वहीं 37 प्रतिशत लोग इन प्रोडक्ट्स से जुड़े ऐप्स का उपयोग कर रहे हैं, जिससे डेटा ट्रांसमिशन का भा जोखिम बढ़ गया है।

सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, लेबनान में पेजर के विस्फोट के बाद भारत सीसीटीवी कैमरे, स्मार्ट मीटर, पार्किंग सेंसर, ड्रोन पार्ट्स और यहां तक ​​कि लैपटॉप और डेस्कटॉप को केवल विश्वसनीय जगहों से सोर्स करने का आदेश पूरी तरह लागू कर सकता है। इससे पहले भी सरकार ने जासूसी सॉफ्टवेयर रखने के कारण कई चीनी ऐप और प्रोडक्ट्स पर बैन लगाया है। सरकार की यह कोशिश भारत में बने प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने के लिए भी है।

जुलाई 2023 में मोबाइल साइबर सुरक्षा कंपनी प्राडियो के साइबर सुरक्षा विश्लेषकों ने रिपोर्ट की थी कि गूगल प्ले पर दो चाइनीज ऐप में जासूसी सॉफ्टवेयर है जो चीन में स्थित सर्वरों को डेटा भेज रहे हैं। जिसके बाद सरकार ने इन ऐप्स को बैन कर दिया था। पिछले कुछ साल में कुछ विकसित देशों ने संवेदनशील इमारतों में चीनी कैमरों के उपयोग पर रोक लगा दी गई है।

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