-स्वास्थ्य सेवा के लिए राष्टीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) मिला
– अब गांव में ही मिल रही है स्वास्थ्य सेवा : सौकत अली
बेगुसराय,
मैं बचपन से ही देखता आ रहा था
की जब भी गांव के कोई व्यक्ति बीमारी या अन्य किसी स्वास्थ्य परेशानी से गुजरता था। तो यहां से 7 किलोमीटर दूर इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तेघरा जाना पड़ता था। पर, अब ऐसा नहीं है। अब अगर गांव के कोई लोग बीमार या अन्य किसी स्वास्थ्य समस्या से ग्रसित होते हैं तो महज कुछ दुरी पर अपने ही गांव में इलाज की सुविधा मिल जाती है वो भी निःशुल्क । यह तब हुआ जब मेरे गांव में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बना।
यह वाक्या है गांव के 61 वर्षीय सौकत अली का । वे कहते हैं कि हम सभी गांव वाले हेल्थ एंड वेलनेस केंद्र खुलने के बाद सवास्थ्य लाभ के लिए कभी भी चिंतित नहीं रहते हैं।
दरअसल सरकार के महत्वाकांक्षी योजना में से सामुदायिक स्वास्थ्य सेवा के लिए सपर्पित हेल्थ एंड वेलनेस केंद्र के खुलने से हर गांव के हर समुदाय को निःशुल्क इलाज उपलब्ध होने से स्वास्थ्य के क्षेत्र में सफलता के नित्य नयी कहानी लिखा जा रहा है।
इसी क्रम में जिले का बारो दक्षिणी हेल्थ एंड वेलनेस केंद्र को राष्टीय गुणवत्ता आश्वासन मानक यानी एनक्यूएएस प्रमाण पत्र भी मिला है।
सवास्थ्य कर्मियों के मेहनत से मिला राष्टीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस):
तेघरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के स्वास्थ्य प्रबंधक सुबीर कुमार पंकज कहते हैं की बारो दक्षिणी हेल्थ एंड वेलनेस केंद्र के सभी स्वास्थ्य कर्मी ने अपनी मेहनत एवं लगन से यहां के समुदाय को स्वास्थ्य सेवा देते हुए इस बात का भी ध्यान रखा की इस केंद्र पर मिलने वाली स्वास्थ्य सेवा गुणवता पूर्ण भी हो। जिसके कारण राष्टीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) मिला है।इस उपलब्धि के मिलने से हम सभी का मनोबल और बढ़ा है ।
पंकज कहते हैं की यहां की चाहे कमुनिटी हेल्थ ऑफिसर हों या अन्य कोई स्वास्थ्य कर्मी अपनी भूमिका को बखूबी समझते हैं और निभाते भी हैं .जिसके कारण ये मुकाम हासिल हुआ है .
क्या है राष्टीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस):
राष्टीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) स्वास्थ्य एवं परिवार मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया है .जिसका उदेश्य अच्छे प्रदर्शन करने वाली सुविधाओं को मान्यता देना एवं समुदाय में सार्वजनिक अस्पतालों को विश्वशनीयता में सुधार करना होता है।