स्पेस में 14 साल तक एक्टिव रहेगा जीसैट-20 जो मल्टीयूजर्स को सेवाएं उपलब्ध कराएगा। इसरो की कमर्शियल ब्रांच न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड ने उपग्रह तैनाती के लिए स्पेसएक्स के साथ पहली बार पार्टनरशिप की है। प्रक्षेपण के 34 मिनट बाद उपग्रह रॉकेट से अलग हो गया। इसके बाद सफलतापूर्वक अपनी जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट में स्थापित हो गया।
जीसैट-20 उपग्रह, उपग्रह कम्युनिकेशन में अत्याधुनिक प्रगति की विशेष क्षमता रखता है, जिसमें भारत की बढ़ती कनेक्टिविटी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अनुकूलित विशेषताएं हैं। यह उपग्रह अंडमान, निकोबार और लक्षद्वीप द्वीपसमूह जैसे दूरदराज के क्षेत्रों तक मजबूत ब्रॉडबैंड कवरेज सुनिश्चित करेगा।
भारत के अंतरिक्ष व्यवसायीकरण के प्रयास के तहत स्थापित NSIL को बाजार की जरूरतों को पूरा करने के लिए उपग्रह मिशनों का स्वामित्व, संचालन और वित्तपोषण करने का काम सौंपा गया है। जून 2022 में लॉन्च किए गए इसके पहले डिमांड के आधार वाले मिशन, GSAT-24 ने भारत के उपग्रह उद्योग में प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी के लिए एक मिसाल कायम की। GSAT-20 लॉन्च के साथ, NSIL पूरे भारत में कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के अपने मिशन को आगे बढ़ा रहा है।