प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 को पौष पूर्णिमा के पहले स्नान पर्व के साथ महाकुंभ का आगाज होगा। योगी सरकार ने महाकुंभ को ग्रीन, डिजिटल और प्लास्टिक फ्री आयोजित करने का ऐलान किया है। ऐसा माना जा रहा है कि महाकुंभ के दौरान 40 करोड़ श्रद्धालु संगम नगरी प्रयागराज में आएंगे। ऐसे में मेले की स्वच्छता और पॉलिथीन बड़ी समस्या बन सकती है। मेले को स्वच्छ रखने के लिए डेढ़ लाख टॉयलेट लगाए जा रहे हैं और 15000 से ज्यादा स्वच्छता कर्मियों की भी तैनाती की जा रही है।
राजस्थान की करणी कृपा फाउंडेशन भी महाकुंभ को प्लास्टिक मुक्त बनाने के अभियान में जुटी है। संस्था के प्रमुख करिश्मा हांडा भी महाकुंभ में लोगों को जागरुक कर रही है। करिश्मा ने हरिहर गंगा आरती स्थल पर लोगों को महाकुंभ मेले में प्लास्टिक का प्रयोग न करने को लेकर शपथ भी दिलाई है।
महाकुंभ मेले में सीएम योगी के निर्देश पर मिट्टी के बने बर्तनों, दोना पत्तल और गोबर से बने दिये और मूर्तियों का प्रयोग किए जाने को लेकर लोगों को प्रेरित किया जा रहा है।