कालाजार उन्मूलन में बेहतर कार्य करने पर जिले के दो अफसरों को मिला अवार्ड

 

– पटना के गाँधी मैदान के पास स्थित एक होटल में स्वास्थ्य मंत्री के हाथों दोनों को दिया गया प्रशस्ति-पत्र और अवार्ड
– डीभीबीडीसीओ एवं डीभी बीडीसी को मिला अवार्ड

खगड़िया।

कालाजार उन्मूलन की दिशा में बेहतर कार्य करने एवं मरीजों को सुविधाजनक तरीके से समुचित सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करने के लिए जिले के दो अफसरों, डीभीबीडीसीओ डॉ. विजय कुमार एवं डीभीबीडीसी बबलू कुमार सहनी को अवार्ड एवं प्रशस्ति-पत्र मिला। पटना के गाँधी मैदान के पास स्थित एक निजी होटल में स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित सम्मानित समारोह के दौरान दोनों अफसरों को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के हाथों अवार्ड और प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया है। इस उपलब्धि के लिए जिले स्वास्थ्य विभाग के तमाम पदाधिकारियों एवं कर्मियों में हर्ष का माहौल है एवं इसके लिए दोनों को बधाई दी है।

– दोनों अफसरों ने कालाजार उन्मूलन के प्रति की कड़ी मेहनत :
सिविल सर्जन ने बताया कि दोनों अफसरों ने कालाजार उन्मूलन के प्रति कड़ी मेहनत की। मरीजों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने एवं जिले को कालाजार मुक्त बनाने के लिए दोनों अफसर हमेशा संकल्पित रहते हैं एवं लक्ष्य निर्धारित कर कालाजार के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग के तमाम कर्मियों के सहयोग से कार्य में जुटे रहे। इसी का परिणाम है कि आज जिला कालाजार मुक्त की ओर अग्रसर है।

– सभी मरीजों को सुविधाजनक तरीके से दिया गया स्वास्थ्य सेवाएं :
डीभीबीडीसीओ डाॅ. विजय कुमार ने बताया, जिले के सभी मरीजों को सुविधाजनक तरीके से बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई। सभी मरीजों को मुख्यमंत्री कालाजार राहत योजना अंतर्गत 6600 रूपये एवं भारत सरकार के द्वारा 500 रूपये यानी कुल 7100 रूपये का आर्थिक सहायता भी दी जा रही है। साथ ही मरीजों को स्वास्थ्य सेवा का लाभ लेने में किसी भी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो, इस बात का विशेष ख्याल रखा जाता है।

इस कार्य में जिले के सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों का भी सराहनीय साकारात्मक सहयोग मिलता रहा। सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों के कड़ी मेहनत का ही परिणाम है कि जिले में मरीजों की संख्या में लगातार कभी आई और कालाजार मुक्त की ओर अग्रसर है।

– जानें, जिले में किस वर्ष कितने मरीज थे :
वर्ष 2020 – 24 मरीज
वर्ष 2021 – 25 मरीज
वर्ष 2022 – 19 मरीज
वर्ष 2023 – 12 मरीज
वर्ष 2024 – 05 मरीज

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