आध्यात्मिक लोकतंत्र से ही सशक्त होगी महिला और समाज

नईदिल्ली-

गांधी शांति प्रतिष्ठान में गांधी जी की 150 वीं जयंती के वर्ष में गांधी जी का लोकसेवक संघ और आध्यात्मिक लोकतंत्र में संबंध विषय पर सत्यमेव जयते ट्रस्ट लखनऊ एवं जनचेतना प्रयास संस्था के तत्वाधान में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में सम्मिलित होने वाले विचारकों में हरियाणा से स्वामी ऋतानन्द जी, मेरठ से पधारे कैप्टन सुभाष, भू त्यागी, हरिश, मनोज, लखनऊ से विष्णु मति एडवोकेट विजय कुमार, भावना त्यागी, अमित कुमार गौर, सदाचारी, सतीश बिरला ने अपने विचार व्यक्त किए। आध्यात्मिक लोकतंत्र के प्रेणता एवं प्रचारक माता इंदू ने गोष्ठी का सफल संचालन किया गया और साथ साथ आध्यात्मिक व्यक्तित्व आत्मा के विकास कार्यक्रम पर भी विचार प्रस्तुत किए। इस गोष्ठी में सभी ने गांधी जी के लिए गांव गांव गांधई की आवश्यकता पर जोर दिया। निरंतर विचार की प्रगति और अभ्यास की अपहिहार्यता हेतु कार्यक्रम की ओर चलने का आह्वान किया गया। डिजिटल मीडिया पर गांधीवाद को युवाओं और किशोरों के दिलो दिमाग तक लाने के लिए वर्ष भर श्रृंखलाबद्ध नियमित कार्यक्रमों और चर्चाओं की कड़ियां जोड़ी जाएं। अखंड मोहल्ला निर्माण हेतु चेतना केंद्रों की स्थापना के द्वारा गांव गांव में गांधी और उनकी लाठी चश्मे के प्रतीकों का उपयोग अगली पीढी को दृष्टि निर्माण करने में दिया जाए। आध्यात्मिक लोकतंत्र पर काम करने वाले भरत गांधी द्वारा भी लखनऊ से अपने विचारों को व्हाट्सप्प द्वारा भेजकर ऐसी विचार गोष्ठी को आवश्यक चर्चा बताया।

ऐसी ही विचार गोष्ठी शिकोहाबाद, लखनऊ, मथुरा, मुंबई, पुणे, इलाहाबाद, रायबरेली, प्रतापगढ़, मेरठ, नोएडा, बागपत, मुज्जफरनगर, शामली, सीतापुर, बरेली, रामपुर, मुराद नगर, मोदी नगर में करने की तैयारी है। लोगों का रुझान इस विषय पर लगातार बढ़ रहा है। इसलिए युवा पीढ़ी को गांधी जी को समझने में आध्यात्मिक लोकतंत्र काफी सहायक सिद्ध हो रहा है।

 

 

 

 

 

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