पुणे।
साईं इंडियन ट्रस्ट एसोसिएशन (सीता ट्रस्ट) द्वारा एनजीओ सीएसआर फंड योजना विषय पर एक दिवसीय मार्गदर्शन कार्यशाला का आयोजन पुणे में किया गया। इस संगठन के आयोजक एवं मार्गदर्शक सी.ए. शंकर अंदानी (अध्यक्ष सीता ट्रस्ट) थे।
इस संगठन का उद्देश्य देश भर के सभी सामाजिक संगठनों, गैर सरकारी संगठनों, ट्रस्टों, गौशालाओं, धार्मिक मंदिरों और सभी संस्थाओं को एक साथ लाना, उनकी सभी समस्याओं का समाधान करना और उन्हें संगठन के कानूनी कामकाज और ऑडिट के संबंध में उचित मार्गदर्शन प्रदान करना है तथा केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा सामाजिक संगठनों को लागू एवं वितरित की जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराना।
उनके लिए आवश्यक सभी दस्तावेजों की जानकारी उपलब्ध कराना तथा उचित स्थानों पर प्रस्ताव भेजना, ताकि सामाजिक संगठन विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें, तथा कंपनी अधिनियम के तहत पंजीकृत सभी कंपनियों की सीएसआर फंड योजनाओं की जानकारी सभी सामाजिक संगठनों को उपलब्ध कराना।
सीता ट्रस्ट भारत भर में विभिन्न जिलों और विभिन्न स्थानों पर इसके लिए मार्गदर्शन कार्यशालाएं आयोजित कर रहा है। दिनांक – 23 मार्च 2025 को सीता ट्रस्ट द्वारा पुणे में सभी सामाजिक संगठनों के लिए सीएसआर फंड योजना विषय के अंतर्गत एक बहुत ही आवश्यक और निर्देशित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में पुणे के कई सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों और ट्रस्टियों ने भाग लिया।
यह कार्यशाला बहुत सफल रही।
उक्त कार्यशाला के मुख्य अतिथि एवं अध्यक्ष श्री सूर्यकांत सुखदेव गवली (अध्यक्ष, उपभोक्ता कल्याण सलाहकार समिति, महाराष्ट्र राज्य) (कैबिनेट मंत्री स्तर) थे। इसके अलावा, श्रीमती जानकी सातोस्कर मडगांवकर (भारतीय महिला मोर्चा, पुणे शहर की उपाध्यक्ष) मुख्य अतिथि थीं।
साथ ही श्रीमती रेणुका विनोद राठोड (प्रचार प्रमुख महिला मोर्चा भारतीय जनता पार्टी पुणे शहर)
श्री अमोल शिवतारे साहेब (पीएसआई, भारतीय सेना भारत सरकार)। श्री विजय जगत (अध्यक्ष महाराष्ट्र पत्रकार संघ पुणे जिला) श्रीमती राजे भोसले मैडम (छत्रपति शिवाजी महाराज सतारा परिवार की वंशज) उनमें से सभी थीं।
साथ ही मार्गदर्शक के रूप में सी.ए. शंकर अंदानी भी मौजूद थे। श्री दीपक चौधरी सर (प्रसिद्ध कर सलाहकार), श्री सी.ए. हेमंत खंडखुले उपस्थित थे। सीता ट्रस्ट का उद्देश्य इस कार्यशाला में संगठनों को एक साथ लाकर सरकारी और निजी निधियों तथा सीएसआर निधियों से लाभ प्रदान करना हैऔर इसके लिए सभी को विस्तृत मार्गदर्शन दिया गया। कार्यक्रम के अंत में श्री गणेश नवाडे (सोलापुर) और श्री रमेश चंद्र बहादुरगे (सतारा) ने धन्यवाद ज्ञापन किया। ।