कोरोना से लड़ाई में छोड़ा घर, लोगों की कर रहें सेवा

-स्वास्थ्य प्रबंधक व उनकी टीम कर रही 24 घंटे ड्यूटी

-टीम के सदस्य कई दिनों से अपना घर भी नहीं गए हैं

बांका, 2 अप्रैल:

कोरोनावायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सरकार ने लॉकडाउन की घोषणा कर रखी है। लोग घरों में कैद हैं। वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जो संकट के इस समय में अपना घर छोड़कर लोगों की सेवा में लगे हुए हैं। 24 घंटे अस्पताल में ही गुजार रहे हैं। बांका सदर अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक अमरेश कुमार व उनकी टीम के सदस्यों को घर गए कई दिन बीत गए हैं।

हालांकि जिले के लिए अबतक अच्छी बात यह है कि कोरोना वायरस से संक्रमित कोई व्यक्ति यहां नहीं मिला है। जिस दिन से कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट जारी हुआ, उसी दिन से अस्पताल प्रबंधन चौकन्ना है। हालांकि देश में मरीजों की संख्या में लगातार हो रही बढ़ोतरी से लोगों में भय बना हुआ है, लेकिन उनके बीच ये लोग मिसाल बनकर काम कर रहे हैं। बांका में चार दिन पहले हरियाणा से आए एक मजदूर की मौत हो गई थी। प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को आशंका थी कि कहीं कोरोना से ही मौत हुई हो, लेकिन बुधवार को रिपोर्ट निगेटिव आई। उसी दिन से सदर अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक अमरेश कुमार ने अपना दिनरात सदर अस्पताल में गुजारना शुरू कर दिया। अमरेश के साथ ही उनकी टीम के आधा दर्जन कर्मी भी 24 घंटे  काम में लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल के कई कर्मी व एम्बुलेंस चालक व कर्मी उनका साथ दे रहे हैं। सभी 24 घंटे ड्यूटी में तैनात हैं। रात में ही जहां से भी कॉल आता है, स्वास्थ्य टीम उसे फॉलो करती है। वे लोग भी अपने घर परिवार के पास नहीं जा रहे हैं। फोन पर ही सभी का हाल समाचार ले लेते हैं। सभी कर्मी का मानना है कि उनके द्वारा कोई संक्रमण नहीं फैले, इसी कारण एहतियात के तौर पर उनलोगों ने फैसला लिया है कि वे लोग दिनरात अपनी सेवा देते रहेंगे। उनका साथ राजकिशोर कुमार, रजनीकांत व समीर कुमार बखूबी दे रहे हैं।

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