विश्व मित्र परिवार ने भी दीपोत्सव में भाग लिया, सभी कार्यकर्ताओं ने देशभर में 1008 दीपक जलाए।
आज 5 अप्रैल 9:00 बजे देश के कोने कोने में लगभग सभी जगह बालकनियों में, घर के द्वारों पर छतों पर, दीप ही दीप नजर आ रहे थे। चारों और दीपों का प्रकाश था। हमारे प्रधानमंत्री मोदीजी के आवाहन पर यह दीप उत्सव मनाया गया। कोरोना वायरस पर विजय के लिये यह एक अति उत्साहित उत्सव की तरह हमने मनाया, क्योंकि हम विजय की ओर बढ़ रहे हैं। सारी दुनिया इस समय त्राहिमाम त्राहिमाम कर रही है। लेकिन भारत में अभी भी कुछ मूर्खों को छोड़ दें तो आज हम नियंत्रण में है। हमारी स्थिति नियंत्रण में है। सही समय पर लोक डाउन करने से मोदी जी ने करोड़ों लोगों की जान बचा दी है। इसके लिए वह धन्यवाद के पात्र हैं। प्रधानमंत्री का सभी देश वासियों ने स्वागत किया। धन्यवाद किया, और उन सब लोगों का धन्यवाद है किया जो लोग इस महामारी के समय में भी लोगों की सेवा में लगे हैं। चाहे वह पुलिस वाले हो, डॉ हो, नर्सेज हो, सफाई कर्मचारी हो या जो लोग भूखों को खाना खिला रहे हैं या जो सरकारी तंत्र के लोग लोगों तक सुविधाएं पहुंचा रहे हैं। जो सेवा में लगे लोग हैं। एक दूसरे का सहयोग कर रहे हैं लोगों ने लोकडाऊन को सफल बनाने में उन सब का धन्यवाद किया। पूरे देश ने धन्यवाद किया। दीप जलाकर धन्यवाद किया। आज भी तालियां बजाई, थालियां बजाई, तालियां बजाई, घंटियां बजाई, शंख बजाए, पटाखे भी छुड़ाए। लोगों ने अपनी तरफ से भरपूर समर्थन दीपोत्सव को दिया है। दिवाली की तरह जगमगाती गलियों को मैंने भी बाहर निकल कर देखा।
कोरोना पर गुरुजी भू ने समझाया गणित। 40 से 60 करोड़ लोगों की जा सकती थी जान। लॉक डाउन का पालन करें।
मोदीजी बने महावतार।
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कोरोना केवल राक्षस ही नहीं, कोरोना केवल एक महामारी ही नहीं,
वरन् हमारे लिए एक अवसर भी है। बहुत कुछ सीखने का अवसर। विश्वगुरु भारत को ओर ऊचाईयों पर जाने का।आइए जाने क्या कहते है गुरुजी भू।