कर्तव्य से अनुपस्थित पाए गए 76 चिकित्सा कर्मचारियों से स्पष्टीकरण

•3 दिनों के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब देने का निर्देश
• अन्य 122 चिकित्सा पदाधिकारियों पर कार्रवाई शुरू
•महामारी अधिनियम 1897 के तहत होगी कार्रवाई
पटना। वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के रोकथाम के लिए राज्य सरकार प्रयत्नशील है। इसको लेकर सभी चिकित्सा कर्मियों की छुट्टी रद्द की गई है। राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देशानुसार सभी चिकित्सा कर्मियों के अध्ययन व मातृत्व अवकाश को छोड़कर शेष अवकाश को रद्द कर दिया गया था। सभी को अपने कर्तव्य पर बने रहने का निर्देश दिया गया था।  हालांकि कई चिकित्सक अपने कर्तव्यों से अनुपस्थित पाए जा रहे हैं। जिनके खिलाफ विभाग ने कार्यवाही करना शुरू कर दी है।  राज्य स्वास्थ्य समिति  ने 198  चिकित्सा पदाधिकारियों के खिलाफ  कार्यवाही शुरू की है।   जिसमें 76 चिकित्सा पदाधिकारियों से  3 दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है।  स्पष्टीकरण में कहा गया है कि  क्यों ना आप लोगों के खिलाफ  नियमानुसार  प्रशासनिक तथा   आपदा  अधिनियम एक्ट 2005 एवं  महामारी अधिनियम 1897 की सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की जाए। पत्र में बताया गया है कि शेष 122 अनाधिकृत अनुपस्थित चिकित्सा पदाधिकारियों पर कार्रवाई की जा रही है।
3 दिनों में मिले 198 चिकित्सा कर्मी अनुपस्थित:
राज्य में कोरोना संक्रमण पर प्रभावी रोकथाम के लिए सभी चिकित्सा कर्मियों को कार्य स्थल पर उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए थे. जिसे लेकर राज्य स्वाथ्य समिति द्वारा गंभीरतापूर्वक चिकित्सा कर्मियों की उपस्थिति की मॉनिटरिंग भी की गयी. जिसमें 31 मार्च को 76, 1 अप्रैल को 60 एवं 2 अप्रैल को 62 चिकित्सा पदाधिकारी अपने कर्तव्य से अनधिकृत रूप से अनुपस्थित पाए गए हैं
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