मन को शांत रखने व कई बीमारियों को दूर करने में लाभदायक है योग
लखीसराय, 21 अप्रैल:
कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर लॉकडाउन जारी है। लॉकडाउन के कारण घर से बाहर नहीं निकल पाना लोगों के लिए बेचैनी का सबब बना हुआ है। आगे क्या होगा और सरकार के लॉकडाउन को लेकर क्या निर्णय आयेंगे इसपर लोगों की निगाहें टिकी हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण भी लोगों में डर है और मन अशांत बना हुआ है। ऐसे में लोग कई तरीकों से स्वयं को व्यस्त रख रहें हैं। ऐसे में जब डर, बेचैनी, मन की अशांति, अनिद्रा जैसी समस्याओं से लोगों का समाना करना पड़ रहा है, योग आपके लिए बहुत कारगर सिद्ध हो सकता है। हां इस बात का भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि योग कोविड 19 का इलाज नहीं है। यदि ऐसी बातें सामने आती हैं तो लोगों को बतायें कि योग आपके लिए फायदेमंद जरूर है लेकिन यह कोरोना संक्रमण का इलाज तो बिल्कूल नहीं है। योग से शरीर स्वस्थ्य रहता है।
योग के साथ सावधानी भी बरतें:
योग से रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर बनायी जा सकती है। श्वसन तंत्र को मजबूत बनाने में योग कारगर है। ऐसे कई योग हैं जिसे हम नित्य कर सकते हैं। रक्तचाप, तनाव, मुधमेह, हृदयरोग से पीड़ित लोगों के साथ साथ सामान्य लोगों को भी योग का बहुत फायदा पहुंचता है। लॉकडाउन के कारण अलग रहने को लेकर लोगों में पैदा हो रही बेचैनी को आसन, ध्यान और प्राणायाम की मदद से दूर किया जा सकता है। कुछ योग जैसे नाड़ी शोध प्राणायाम आदि ह्रदय, अस्थमा, ब्लड प्रेशर के रोगियों को नहीं किया जाना चाहिए।
श्वसन तंत्र को मजबूत बनाता है प्राणायाम
श्वसन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए नाड़ी शोधन प्राणायम किया जा सकता है। ध्यान रखें कि योग अहले सुबह किया जाये। जहां पर योग कर रहें हों वह शांत जगह हो और साफ सुथरा हो। लॉकडाउन के हालात में योग के लिए ऑनलाइन योग्य प्रशिक्षक की मदद ले सकते हैं। या फिर कोई इंटरनेट की मदद से इस संबंध में आलेख पढ़ सकते हैं। इसी प्रकार वज्रासन पाचन क्रिया को मजबूत बनाता है। बदहजमी, पीलिया व नाभि तंत्र से जुड़े रोगों के लिए यह लाभदायक है। सूर्य नमस्कार में बारह प्रकार के आसन होते हैं। इस अभ्यास से एकाग्रता बढ़ती है व मन शांत रहता है। स्पाइनल कॉर्ड में लचीलापन आता है और जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है। मोटापा, कमरदर्द दूर करने के साथ ही सूर्य नमस्कार काफी लाभदायक है।
निर्देशों का पालन करना व्यक्तिगत दायित्व: स्वामी आत्मनंद स्वरूप
लॉकडाउन को लेकर जमुई स्थित स्वामी निरजानंद योग केंद्र स्वामी आत्मनंद स्वरूप ने भी लोगों को अपना संदेश दिया है कि सारा विश्व इस समय अप्रत्याशित चुनौतियों का सामना कर रहा है। हम सभी का व्यक्तिगत दायित्व बनता है कि हमलोग लॉकडाउन में सरकार के द्वारा निर्देशित नियमों का पूरी निष्ठा से पालन करें। क्योंकि यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति की व्यक्तिगत भूल सामूहिक संक्रमण को जन्म देकर अव्यवस्था में बदल देता है। इसलिए सरकार और डॉक्टरों के सुझाव का पालन सभी के लिए अनिवार्य है। व्यक्तिगत, पारिवारिक व वातावरण की स्वच्छता को बनाये रखें क्योंकि यह कहा भी गया है कि इलाज से बेहतर बचाव है। उन्होंने कहा है कि योग कोविड 19 रोग के उपचार के लिए नहीं हैं बल्कि योग साधना का लक्ष्य शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक एंव प्राणिक स्वास्थ्य को सुधारने और भविष्य में आने वाली हर प्रकार की स्वास्थ्य समस्या के लिए प्रतिरोधक क्षमता विकसित करना है।