हेल्पलाइन नंबर 8010111213 पर चिकित्सा संबंधी लें सलाह: सिविल सर्जन
एसएमएस द्वारा मरीज को भेजी जाएगी दवाईयों की लिस्ट व डॉक्टर की पर्ची
लखीसराय, 22 अप्रैल:
कोरोनावायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति बरकरार है। स्वास्थ्य विभाग इस महामारी के संक्रमण के फैलाव को सीमित करने और समुदाय में यह न फैले इसके लिए प्रयासरत है. ऐसे में आमजनों को हो रही चिकित्सीय असुविधाओं का हल स्वास्थ्य विभाग द्वारा निकाल लिया गया है. कोरोना संक्रमण से बचाव के मद्देनजर जिला के लोग अब फोन के माध्यम से डॉक्टरी सलाह प्राप्त कर सकेंगें. इसके साथ ही उन्हें एसएमएस के माध्यम से दवाईयों की जानकारी उपलब्ध कराया जायेगी. इसके लिए राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने सिविल सर्जन को आवश्यक निर्देश भी दिये हैं.
स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जारी किया गया हेल्पलाइन नंबर:
पत्र के माध्यम से बताया गया है कि आमजनों को घर बैठे सरकारी चिकित्सकों से चिकित्सीय परामर्श उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने हेल्पलाइन सेवा प्रारंभ किया है. स्वास्थ्य विभाग के हेल्पलाइन नंबर 8010111213 पर चिकित्सा संबंधी जरूरी सलाह ली जा सकती है. इस नंबर पर मिस्ड कॉल कर चिकित्सीय परामर्श प्राप्त किया जा सकता है.
संबंधित व्यक्ति के मिस्ड कॉल के बाद कॉल सेंटर द्वारा कॉल बैक कर संबधित व्यक्ति के स्वास्थ्य की जानकारी ली जायेगी और उनके द्वारा बताये गये लक्षणों के आधार पर चिकित्सक द्वारा जाचं एवं दवा संबंधी चिकित्सीय पुर्जा एसएमएस के माध्यम से भेजा जायेगा. यह सेवा सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक उपलब्ध हो सकेगी.
जिला में स्वास्थ्यकर्मियों को मिलेगी ऑनलाइन प्रशिक्षण:
सिविल सर्जन डॉ आत्मानंद राय ने बताया वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जिला के प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारियों द्वारा अपनी सेवा उक्त हेल्पलाइन के माध्यम से उपलब्ध कराने का निर्णय स्वास्थ्य विभाग ने लिया है. इसके लिए जिला के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सा पदाधिकारी एवं संबंधित स्वास्थ्य केंद्र के डाटा इंट्री ऑपरेटर को राज्य स्वास्थ्य समिति व वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षिण दिया जायेगा.
इस प्रशिक्षण के लिए ऑनलाइन लिंक भेजा जायेगा. सिविल सर्जन ने बताया कि उनके जिले के सभी प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक उक्त प्रशिक्षण में भाग लेंगे, यह सुनिश्चित कर इसकी जानकारी राज्य स्वास्थ्य समिति को दी जायेगी