कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए इम्यूनिटी भी करें मजबूत

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए इम्यूनिटी भी करें मजबूत
-हल्दी, लहसुन व अदरक इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार
-शरीर को पूरा आराम देना भी जरूरी, लें अच्छी नींद
लखीसराय, 23 अप्रैल:
कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों के मन में  कई सवाल उभर कर सामने आये हैं. इनमें एक सवाल इम्यूनिटी को लेकर है. इम्यूनिटी शरीर की वो प्रणाली है जो हमें रोगों से सुरक्षित रखती है. इसके लिए जरूरी है कि हम अपने खानपान का विशेष ख्याल रखें. आयुष मंत्रालय की ओर से भी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के उपाय बताये गये हैं.
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ देवेंद्र चौधरी ने लोगों से कहा है कि लोग सही खानपान से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत कर सकते हैं। लेकिन कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए हाथ धोने व सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का भी पालन भी करें. बदलते मौसम में कई तरह के जीवाणु व विषाणु हमारे शरीर पर हमला करते हैं. लेकिन यदि हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है तो शरीर इन रोगाणुओं से अपना बचाव करने में सक्षम होता है.
हल्दी व लहसुन इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार:
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में हल्दी व लहसुन का काफी महत्व है. विश्व स्वास्थ्य संगठन का भी यह मानना है कि लहसुन एक अच्छा और स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थ है, और यह कई बीमारियों से लड़ने में कारगर है. लहसुन का इस्तेमाल अहले सुबह किया जा सकता है. सुबह सवेरे लहसुन की कुछ डलियां चबा कर खायें. इसके अलावा रात में सोते समय रोजाना एक गिलास दूध को आधा चम्मच हल्दी पाउडर के साथ उबाल लें और इसे पियें. इसके अलावा अदरक कफ और खांसी के इलाज के रामबाण माना जाता है. अदरक का सेवन कई तरह के संक्रमण और फ्लू से बचाता है. अदरक की चाय व काढ़ा बना कर इसका इस्तेमाल रोजाना सुबह या रात सोते समय कर सकते हैं. जहां लहसुन निम्न रक्तचाप को नियंत्रित करता है वहीं अदरक कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार है. लेकिन इसका यह अर्थ बिल्कुल भी न लें कि इसके सेवन से कोरोनावायरस से निज़ात मिल सकती है। यह केवल आपकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को ही मजबूत करने में मददगार है।
​आंवला, मौसमी व ​नींबू का करें रोजाना इस्तेमाल:
विटामिन सी का इस्तेमाल भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए किया जाता है. विटामिन सी उन फलों में अधिक मात्रा में होते हैं जिनका स्वाद खट्टा होता है. जैसे संतरा, मौसमी, स्ट्राबेरी, जामुन, नींबू व आंवला आदि का इस्तेमाल शरीर में व्हाइट् ब्लड सेल्स को बढ़ाने के लिए किया जाता है जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करता है. सुबह सवेरे नींबू की चाय पीना हेल्दी माना जाता है.
ताजी हरी सब्जियों में होता है एंटीआॅक्सिडेंट:
ताजी हरी सब्जियां भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार हैं. पालक में विटामिन सी काफी मात्रा में पाया जाता है. इसके साथ ही इसमें मौजूद एंटीआॅक्सिडेंट शरीर को संक्रमण से बचाने में सहायता करता है. पालक को बहुत अधिक तेज आंच पर नहीं पकाना चाहिए. अन्यथा इसमें मौजूद पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं.
पर्याप्त नींद लेना नहीं भूलें:
इन सबके अलावा इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए सबसे कारगर उपाय पर्याप्त नींद लेना है. तनाव और थकान रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर बनाते हैं. इसलिए रोजाना आठ घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए. इससे शरीर को आराम मिलता है. इस दौरान मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया तेज हो जाती है. और यह शरीर के लिए बहुत जरूरी है.
आयुष मंत्रालय की है ये राय:
आयुष मंत्रालय द्वारा भी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए कुछ उपाये बतायें गये हैं. इन उपायों का इस्तेमाल कर हम बेहतर शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बना सकते हैं.
-गुनगुना पानी पियें.
तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, सौंठ व मुन्नका का काढ़ा बनाकर पियें.
-हल्दी दूध का नियमित इस्तेमाल.
गर्भवती महिलाएं के लिए मजबूत इम्यूनिटी जरूरी:
गर्भवती महिलाओं के लिए भी जरूरी है कि वे अपनी इम्यूनिटी का पूरा पूरा ख्याल रखें. पर्याप्त नींद के साथ पौष्टिक आहार लें.चूंकि इस समय शरीर में कई तरह से बदलाव हो रहे होते हैं इसलिए उनका इम्यून सिस्टम भी कमजोर होने लगता है. ऐसे में उन्हें अपने सही खानपान का पूरा ख्याल रखना चाहिए. क्योंकि खराब इम्यून होने से इसका असर गर्भस्थ शिशु पर भी पड़ता है. संतुलित आहार से शरीर को सभी तरह के विटामिन मिलते हैं. विटामिन डी एक शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट हैं और गर्भस्थ शिशु व मां की हड्डियां मजबूत करने के लिए भी फायदमंद है. अपने खाने में दूध, अंडा, दाल, हरी सब्जी आदि शामिल करें
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