कानपुर में पनकी स्थित हनुमानजी का चमत्कारिक मंदिर

 कानपुरः मयंक व रंजीता की रिपोर्ट ! उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक ऐसा हनुमान मंदिर है, जहां पर जाकर आपके बिगड़े काम बन जाते हैं। यह मंदिर सैकड़ों साल से अपने भक्तों की मन्नतों को पूरा कर रहा है। इस मंदिर की खास बात यह है कि इस मंदिर में दुनियाभर से लोग आते हैं अपने कष्ट का निवारण करने के लिए और जब वापस जाते हैं तो उनके अंदर मानो एक अजब-सी शक्ति होती है और वे खुशी-खुशी जाते हैं। आप को बता दे –

कानपुर में सेंटर स्टेशन से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर पनकी स्थित हनुमानजी का मंदिर है जिसे पनकी मंदिर के नाम से भी जाना-पहचाना जाता है। यहां पर लाखों श्रद्धालु दूर-दूर आते हैं। ऐसी मान्यता है कि हनुमानजी का ये मंदिर बेहद प्राचीन है। इधर आने वाले सभी भक्तों की मन्नतें पूरी होती हैं।

हनुमान मंदिर के इतिहास के बारे में कोई वास्तविक साक्ष्य उपलब्ध नहीं है , लेकिन पौराणिक कथा के अनुसार ये मंदिर करीब 400 बर्ष पुराना है। इसकी स्थापना श्री 1008 महंत परषोतम दास जी ने की थी। ऐसा भी माना जाता है कि कानपुर शहर की स्थापना से पहले पनकी हनुमान मंदिर स्थापित हुआ था। ये कहा जाता है कि महंत जी एक बार चित्रकूट से लौट रहे थे। तब जिस स्थान पर पनकी का मंदिर है, वहां पर उन्हें एक इस तरह की चट्टान दिखी जिस पर बजरंग बलि को देखा जा सकता था। बस, उन्होंने तब ही उस स्थान पर मंदिर का निर्माण करने का फैसला किया। आज वहीं मंदिर पनकी मंदिर के नाम से जाना जाता है।

भक्त क्या कहते हैं ?

कृष्ण गोपाल लगभग 35 वर्षों लगातार पनकी मंदिर मैं आकर हनुमान जी के दर्शन करते हैं और कहते हैं कि जब तक दिन में एक बार बाबा के दर्शन न कर ले, मानो उनका दिन ही पूरा नहीं होता है। कृष्ण गोपाल कहते हैं कि कितनी भी समस्या क्यों न हो , बजरंग बली बाबा के दर्शन करने के बाद जब वे घर की ओर वापस जाते हैं तो उनके मन में शांति रहती है व समस्या का निवारण मिल जाता है।

पनकी हनुमान मंदिर में काफी बड़ी संख्या में लोग दर्शन हेतु आते है, परन्तु प्रत्येक मंगलवार के दिन बहुत बड़ी संख्या में लोग आते है दर्शन करने , इसलिए पास में पुलिस चौकी बनाई गई है।

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