दरभंगा में एसटीपीआई केंद्र का शिलान्यास

सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ़ इंडिया (एसटीपीआई), इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के अन्तर्गत एक संगठन है जोकि दरभंगा, बिहार में नए एसटीपीआई केंद्र की स्थापना करने जा रहा है।एसटीपीआई दरभंगा केंद्र का शिलान्यास श्री रविशंकर प्रसाद, माननीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी तथा विधि एवं न्याय मंत्री, भारत सरकार एवं श्री सुशील कुमार मोदी, माननीय उप-मुख्यमंत्री, बिहार द्वारा श्री संजय सरावगी, माननीय विधान सभा सदस्य, दरभंगा, बिहार;श्री जिवेश कुमार मिश्रा, माननीय विधान सभा सदस्य, जाले, श्री अर्जुन साहनी, माननीय विधान पार्षद, श्री सुनील सिंह, माननीय विधान पार्षद, डॉ ओंकार राय, महानिदेशक, एसटीपीआई; और श्री मानस पांडा, निदेशक, एसटीपीआई की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया।

एसटीपीआई  देश से आईटी/आईटीईएस निर्यात को बढ़ावा देने के विशिष्ट उद्देश्य से एसटीपी और ईएचटीपी योजनाओं के तहत एकल खिड़की नियामक सेवाएं, स्टार्ट-अप कंपनियों और युवा उद्यमियों के लिए प्लग एंड प्ले इन्क्यूबेशन सुविधाएं तथा अपतटीय आईटी/आईटीईएस निर्यात के लिए हाई स्पीड डाटा संचार सेवाएं प्रदान करता है। एसटीपीआई उद्योग अनुकूल वातावरण में आईटी/आईटीईएस/ईएसडीएम उद्योग को सफलतापूर्वक सांविधिक सेवाएं प्रदान कर रहा है और इसने कामकाज की अपनी उदार शैली से एक विशिष्ट पहचान बनाई है। सभी हितधारकों के साथ घनिष्ठतापूर्वक कार्य करके एसटीपीआई ने ब्रांड इंडिया बनाने और देश को विश्व के सबसे पसंदीदा

आईटी गंतव्य के रूप में पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और यह तथ्य   एसटीपी इकाइयों के  निर्यात में उल्लेखनीयविकास, जोकि वर्ष 1992-93 के रु० 52 करोड़ की तुलना में वर्ष 2017-18 में बढ़कर रु० 3,75,988 करोड़ से अधिक हो गया, से सिद्ध होता है। एसटीपीआई ने देश के टीयर-II / III शहरों मे आईटी उद्योग को बढ़ावा देने में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आईटी/आईटीईएस के समान और समग्र विकास के उद्देश्य के साथ स्थापित 58 एसटीपीआई केन्द्रों में से 50 केन्द्र टीयर-II / III शहरों मे स्थापित किए गए हैं।

वर्ष 2008 में एसटीपीआई-पटना केंद्र की स्थापना के समय से ही, एसटीपीआई बिहार राज्य में भी आईटी निर्यात को बढ़ावा देने मेंसहायक रहा है। बीते वर्षो में, एसटीपीआई केन्द्र ने राज्य को पसंदीदा आईटी गंतव्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और आईटी/ आईटीईएस उद्योग के लिए एकल खिड़की एजेंसी के रूप में कार्य किया है। वर्ष 2017-18 के दौरान राज्य के संचयी निर्यात रु०65 करोड़ रुपये में से रु० 3.02 करोड़ का आईटी निर्यात करके बिहार को देश के आईटी मानचित्र में लाने में सहायक हुआ है।एसटीपीआई के प्रयासों से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसरों तथा राज्य की अर्थव्यवस्था का समग्र विकास हुआ है।

दरभंगा में आने वाली एसटीपीआई केंद्र आईटी / आईटीईएस इकाइयों के लिए एक निर्यात संसाधन केंद्र के रूप में कार्य करेगा, जो सॉफ्टवेयर और सेवाओं के निर्यात के लिए सामान्य ढांचागत सुविधाओं जैसे इन्क्यूबेशन सुविधा, उच्च गति डेटा संचार (एचएसडीसी) के साथ अनावश्यक डेटा और आवश्यक अन्य सुविधाएं उपयोग करने के लिए प्रस्तुत है।  इस क्षेत्र की आईटी शिक्षित जनता के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए नया केंद्र  24 महीने के भीतर शुरू हो जायेगा ।  एसटीपीआई दरभंगा केंद्र प्रौद्योगिकी कार्यान्वयन, इन्क्यूबेशन निर्माण, उद्योग सुगमता, उद्योगों और औद्योगिक मैंटरशिप से जुड़ने और एसटीपीआई इनक्यूबेट्स/आईटी/आईटीईएस/ईएसडीएम स्टार्ट-अप्स के बीच ज्ञान के सहज प्रवाह की सुविधा और बुनियादी सुविधाओं के साझाकरण में एसटीपीआई के समृद्ध अनुभव का लाभ उठाने के लिए एक मजबूत मंच प्रदान करेगा। यह सभी एकीकृत सुविधाएं एक इनोवेशन हब के रूप में कार्य करेगा, जोकि इनोवेशन, आईपीआर सृजन, उत्पाद विकास को प्रोत्साहितकरेगा और युवा तकनीकी उद्यमियों और स्टार्ट-अप्स को एक जीवंत पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करेगा, जिससे इस क्षेत्र से आईटी निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।एसटीपीआई के प्रयास से, इस तरह के एक अभिनव मॉडल की शुरुआत राज्य में रोजगार, व्यवसाय विकास और उद्यमशीलता के लक्ष्य को प्राप्त करने में तेजी लाएगी।

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