झूठ का पुलिंदा है शम्बूक वध की कथा!
श्री गुरूजी भू
सनातन संस्कृति के मर्यादापुरुषोतम श्री रामचंद्र जी महाराज के जीवन को सदियों से आदर्श और पवित्र माना जाता हैं। कुछ विधर्मी और नास्तिकों द्वारा श्री रामचन्द्र जी महाराज पर शम्बूक नामक एक शुद्र का हत्यारा होने का आक्षेप लगाया जाता हैं। जो सरासर मनघडंत कथा है।
सत्य वही हैं जो तर्क शास्त्र की कसौटी पर खरा उतरे। हम यहाँ तर्कों से शम्बूक वध की कथा की परीक्षा करके यह निर्धारित हो गया है कि कथा झूठ का पुलिंदा हैं।
*सर्वप्रथम शम्बूक कथा का वर्णन वाल्मीकि रामायण में उत्तर कांड के 73-76 सर्ग में मिलता हैं। यह काण्ड ही बाद में जोड़ा गया। मूल वाल्मीकि रामायण केवल 6 काण्ड की है । उसमें उत्तर काण्ड नही ।*