नई दिल्ली-
इंटीग्रेटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने कहा कि तीसरी तिमाही में मैन्यूफेक्चरींग में लगातार सुधार हुआ है और उत्पादन बढ़ा है।
इंटीग्रेटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की नेशनल सेक्रेटरी हरप्रीत रंधवा ने कहा है कि तीसरी तिमाही यानी अक्टूबर-दिसंबर 2018-19 में विनिर्माण क्षेत्र में उत्पादन में वृद्धि हुई है। जो यह दर्शाता है कि अर्थव्यवस्था तेजी से विकास कर रहा है। सरकार ने जिस प्रकार से बजट पेश किए हैं इससे यह तय है कि आने वाले दिनों में यह और सुधार होगा।
हरप्रीत रंधवा ने बताया कि ग्यारह प्रमुख क्षेत्र खास तौर पर ऑटोमोटिव, कैपिटल गुड्स, सीमेंट और सिरेमिक रसायन, उर्वरक और फार्मास्यूटिकल्स, इलेक्ट्रानिक्स और इलेक्ट्रिक्ल, चमड़ा और जूते, धातु के क्षेत्र में तीसरी तिमाही में वृद्धि देखी गई। उन्होंने कहा कि खास तौर पर उत्पाद, वस्त्र, कपड़ा मशीनरी और टायर में 2.2 लाख करोड़ से अधिक कारोबारी समझौते हुए जिससे उत्पादन में वृद्धि हुई है और बाजार में तेजी आई है। खास बात यह है कि इस दौरान एसएमई के तीन सौ अधिक विनिर्माण इकाइयों में समझौते हुए हैं। हरप्रीत रंधवा ने कहा कि निर्यात में भी वृद्धि इस बात को संकेत करती है कि देश की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। सरकार ने जिस प्रकार से बजट पेश किए हैं निश्चिततौर पर इसका उद्योग पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा।