कानपुर देहात : ( शिवम चतुर्वेदी की रिपोर्ट )
° जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों में श्याम बाबू का नाम रात में टीवी पर सुनते ही परिवार सदमे में आ गया। उनकी मौत की जानकारी होते ही पत्नी बेसुध हो गई और परिजनों में कोहराम मच गया।
° डेरापुर थाना क्षेत्र के नोनारी गांव के मजरा रैगवां निवासी किसान राम प्रसाद के दो बेटों में श्यामबाबू बड़े थे , छोटा बेटा कमलेश प्राइवेट नौकरी करता है।
° श्याम बाबू की पत्नी ससुराल में अपने दो बच्चों के साथ रहती हैं। शाम को जैसे ही पति की शहादत की खबर आई वैसे ही वो सुधबुध खो बैठी।
° पिता ने बताया श्याम बाबू की शादी करीब छह साल पहले हुई थी। उसके चार साल का बेटा और एक बेटी है।
° पिता ने बताया कि मकान बनाने का काम चल रहा था, इसके चलते कुछ दिनों से श्याम बाबू छुट्टी पर आए थे।
° पिता ने बताया कि 29 जनवरी को ड्यूटी पर गए थे और 1 फरवरी को फिर से लौट आए थे। 10 फरवरी को फिर ड्यूटी पर चले गए थे।
° शाम को डेरापुर थाने के सिपाही ने घर जाकर सूचना दी। इसके बाद घर में कोहराम मच गया। घर के बाहर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई।
° शहीद की पत्नी ने बताया कि उन्होंने कहा था कि यहां ठंड ज्यादा है। हम अपने साथियों के साथ ठीक हैं। माता-पिता के साथ बच्चों का ख्याल रखने को कहा था और होली के बाद आने की बात कही।