अब जगदीशपुर से कुपोषण को मिलेगी मात

– जगदीशपुर में पोषण परामर्श केंद्र का शुभारंभ
– गर्भवती और धात्री महिलाओं को सही पोषण की मिलेगी जानकारी
– स्तनपान के जरिए बच्चों को कुपोषण से बचाने की दी जा रही है सलाह

भागलपुर, 11 सितंबर
अब जगदीशपुर से कुपोषण को मात देने की मुहिम चलेगी। यहां से गर्भवती और धात्री महिलाओं को सही पोषण की जानकारी दी जाएगी। इससे कुपोषण को बड़ी चोट मिलेगी। जगदीशपुर प्रखंड में शुक्रवार को सीडीपीओ रूबी सिंह ने पोषण परामर्श केंद्र का शुभारंभ कर दिया है। इस दौरान मौके पर मौजूद गर्भवती और धात्री महिलाओं को सही पोषण लेने की जानकारी दी गई। सीडीपीओ रूबी सिंह ने कहा कि सही पोषण से ही कुपोषण को खत्म किया जा सकता है। बच्चों के सही विकास के लिए कुपोषण को खत्म करना बहुत जरूरी है। सही पोषण मिलने से बच्चे स्वस्थ और रोगमुक्त जीवन जी सकेंगे। इसके लिए माताओं को गर्भावस्था से ही ध्यान देना जरूरी है। गर्भावस्था के समय से ही सही पोषण लेने से बच्चे स्वस्थ पैदा होते हैं। इसलिए गर्भवती व धात्री माताएं सही पोषण का ध्यान रखें।

– जागरूकता रथ को किया गया रवाना
पोषण परामर्श केंद्र कस सुभरंभ करने के बाद सीडीपीओ रूबी सिंह ने जागरूकता रथ को रवाना किया। उन्होंने कहा कि पूरे माह जागरूकता रथ के जरिए गांव-गांव जाकर लोगों को सही पोषण के बारे में जागरूक किया जाएगा। लोगों को पौष्टिक आहार लेने की सलाह दी जाएगी। बच्चों को कुपोषण से बचाने की अपील की जाएगी।

– कुपोषण को मात देने के लिए दिए गए टिप्स
सीडीपीओ रूबी सिंह ने कहा कि कुपोषण दूर भगाने के लिए क्या करना चाहिए, इसकी भी जानकारी होनी चाहिए। इसे लेकर लोगों को जागरूक करने का काम किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान साथ ही लोगों को स्वच्छता के बारे में भी बताया गया। कुपोषण कैसे खत्म करना है, इसकी सलाह भी दी गई, साथ ही कुपोषण को खत्म करने में स्वच्छता की क्या भूमिका है इसकी भी जानकारी दी गई। लोगों को समझाया गया कि हाथ साफ रखने से कितना फायदा होता है। इस दौरान कोरोना काल में कुपोषण को कैसे खत्म करना है, इसकी भी जानकारी दी गई।

– बच्चों के विकास के लिए सही पोषण आवश्यक
सीडीपीओ रूबी सिंह ने बताया कि बच्चों के विकास के लिए सही पोषण बहुत महत्वपूर्ण है। खासकर शुरुआती वर्षों के दौरान। गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक भोजन लेना बहुत महत्वपूर्ण होता है। इससे बच्चे का सही ढंग से विकास होता है। जन्म के बाद 6 माह तक केवल स्तनपान तथा उसके बाद बच्चे को दो साल तक स्तनपान के साथ पूरक पौष्टिक आहार ही देना चाहिए। गर्भावस्था और जन्म के बाद के शुरुआती वर्ष मस्तिष्क और अन्य महत्वपूर्ण अंगों के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। बच्चे के संपूर्ण विकास को सुनिश्चित करने के लिए विटामिन, कैल्शियम, आयरन, वसा और कार्बोहाइड्रेट जैसे पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार देना बहुत महत्वपूर्ण है।

– सही पोषण देता है रोग से लड़ने की क्षमता
सीडीपीओ रूबी सिंह ने बताया कि बच्चों को रोगमुक्त और स्वस्थ जीवन जीने के लिए पोषक तत्व महत्वपूर्ण है। पर्याप्त पोषण की कमी से, शारीरिक के साथ-साथ कई तरह के विकार हो सकते हैं। कुपोषण और भूख एक समान नहीं है, हालांकि दोनों संबंधित हो सकते हैं। भूख तब लगती है जब पेट खाली होता है, जबकि कुपोषण पर्याप्त पोषक तत्वों की कमी के कारण होता है।

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