अपनी भाषा व संस्कृति का मजाक बनाना बन्द करों – गुरुजी भू

आज एक पोस्ट बढ़कर मन अत्यंत व्यथित हुआ क्योंकि उस पोस्ट में लिखा था कि मास्क का हमने हिंदी नाम खोज लिया है और एक लंबा सा नाम कीट कीट रक्षक रोग नाटक बड़ा लंबा सा नाम उन्होंने उसमें लिखा था और मुझे अत्यंत दुख के साथ मैंने उस पोस्ट को पढ़ लिया और पढ़ने के बाद आज मैं उन सब लोगों के लिए यह बता देना चाहता हूं कि कभी भी अपनी भाषा और संस्कृति का हास्य नहीं करना चाहिए मजाक नहीं बनाना चाहिए क्योंकि विश्व की सर्वोत्तम सच्ची सरल और संपूर्ण वैज्ञानिक भाषा अगर कोई है तो वह हमारी अपनी संस्कृत भाषा है हिंदी भाषा उसी का प्रतिरूप है यह विश्व के सभी वैज्ञानिक सिद्ध कर चुके हैं तो इसलिए कभी भी अपनी भारतीय भाषा भारतीय संस्कृति का विज्ञान खोजो विज्ञान ढूंढो उसका हाथ से ना करो उसको किसी भी तरह के हास्य का पात्र ना बनाएं इसी के साथ में अपने मास्क के हिंदी पर्यायवाची शब्द दे रहा हूं और अगर पूरे भारत के पूरी भाषाओं के शब्द दूंगा तो वह इतने कम पड़ जाएंगे कि आप उनके पर्यायवाची स्मरण ही ना कर पाएंगे एक एक एक एक शब्द के रूप में मैंने इसमें लिखा है आप उनको देखिए हम इन शब्दों का प्रयोग करें।

मास्क को हिन्दी में

*मुखौटा*,

*कीटरोधक*,
*रोगरक्षक* ,
*रोगरोधी*,
*कीटरक्षक* कहते है।

ये अपनी भाषा व संस्कृति का मजाक बनाना बन्द करों।

गद्दारों के जाल में मत फंसो।

गुरुजी भू

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