मार्च 2021 , कल्पतरु साधना एवं सेवा आश्रम , मुरादनगर , गाज़ियाबाद में आयोजित अखिल भारतीय ब्रहम ऋषि महासंघ के परिणाम क्रेंदित विशेष राष्ट्रिय दो दिवसीय अधिवेशन के सफलतम कार्यक्रम के लिए आयोजन समिता का ह्रदय से प्रेम और आदर के साथ धन्यवाद.
यूँ तो सभी ने अपेक्षा से अधिक सहयोग किया परन्तु गाज़ियाबाद त्यागी समाज के नगर अध्यक्ष श्री अजय त्यागी, जिला अध्यक्ष श्री राकेश त्यागी, मकनपुर के श्री मुकेश त्यागी, दिल्ली के श्री आदेश त्यागी, गन्नौर के श्री वीरेंद्र त्यागी, श्री अशोक त्यागी, श्रीमती सीमा त्यागी, श्रीमती उदिता त्यागी, श्रीमती संध्या त्यागी, श्री सत्यवीर त्यागी , नवादा के श्री राजीव त्यागी , कोषाध्यक्ष श्री प्रेम दत्त त्यागी, जुलेह्टा के श्री राजीव त्यागी, श्री पुनीत त्यागी, श्री राजेन्द्र त्यागी , श्री विनोद त्यागी , श्री विक्रांत त्यागी , श्री सेवा राम त्यागी, श्री एस के त्यागी, श्री सुरेश चंद त्यागी, श्री अरुण त्यागी, श्री विजेंद्र त्यागी का नाम पहली पंक्ति में आता है।
इनसे भी ऊपर हैं एसोमेक के श्री राज कुमार त्यागी, वी वी आई पी ग्रुप के श्री प्रवीण त्यागी और महासंघ के पूर्व अध्यक्ष श्री सुनील त्यागी।
और, धन्यवाद देने के क्रम में सबसे उपर आते है वो 350 ब्रह्म ऋषि जो देश के विभिन्न कोनो से अपने खर्चे पर 2 दिन के लिए मुरादनगर के जंगलों में बसे कल्पतरु साधना आश्रम में पधारे और राष्ट्रीय एकीकरण का संकल्प लिया. इनमे शामिल हैं लेफ्टिनेंट जनरल अश्वनी कुमार बक्शी , एयर मार्शल ऍन वी त्यागी , एयर वाइस मार्शल बी ऍन त्यागी , एयर वाइस मार्शल अजीत त्यागी , यूपी पुलिस के पूर्व महानिर्देशक वी ऍन राय ,आंध्र प्रदेश सरकार के सलाहकार राजन छिब्बर , महाराष्ट्र के पूर्व चीफ कंजरवेटर ऑफ़ फोरेस्ट श्री दिनेश त्यागी , दिल्ली केबिनेट सचिवालय के संयुक्त सचिव श्री एस के त्यागी , दिल्ली के पूर्व चीफ कमिश्नर सुधीर त्यागी, कर्नाटक के प्रोफ़ेसर चन्द्र शेखर दामले , केरला के उन्नी नमुथ्री , तमिल नाडु के डा एस नारायण , बैंगलौर के डा पी नर्सिमा मूर्ति, तेलन्गाना के श्री बी टी श्रीनिवासन , बिहार के पूर्व मंत्री श्री अजीत कुमार, आगरा के श्री धर्मेन्द्र गालव , नर्सिंघ्पुर के श्री अशोक शर्मा, राजस्थान , हरियाणा , मध्यप्रदेश , महाराष्ट्र , उत्तराखंड , उत्तर प्रदेश आदि के विशेष ग्रुप्स।
ब्रहम ऋषियो के विभिन्न घटकों – त्यागी , भूमिहार , मोहियाल , गालव , चित्पावन , अय्यर , नमुदरी , अयंगर , कान कुंज , नियोगी आदि के मुख्य प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मिति से 35 सदस्यी फेडरल कौंसिल , 9 सदस्यी नेशनल कौंसिल और 13 सदस्यी सर्वोच्च कोर ग्रुप का गठन किया। बिना चुनाव के यह गठन एक अचम्भा ही तो है . सब ब्रह्म ऋषियों को पुनः धन्यवाद दिया।
महासंघ के पूर्व अधिकारीयों ने शहर शहर और गाँव गाँव घूम कर अगर ब्रह्म ऋषियों को ना जोड़ा होता तो आज यह अधिवेशन कर पाना असंभव हो जाता . इसलिए हमारा कोटि कोटि धन्यवाद स्वर्गीय कर्नल बी एन बाली जी को, महाज्ञानी डॉक्टर देवेन्द्र त्यागी जी को ,श्री राम जी राय जी को , श्री हाकिम सिंह त्यागी जी को , श्री प्रेम गालव जी को , श्री अनिल त्यागी जी को और उनकी श्रेणी के अन्य ब्रह्म ऋषियों को।
अब लड़खड़ाते पैरों से या मिचमिचाती आँखों से या बुदबुदाती जुबान से काम नहीं चलेगा। दोनों हाथों में साहस लेकर आगे बढ़ना होगा। पुरोहिती को त्याग कर बन्दूक उठाने वाले ब्रह्म ऋषि ही देश की विघटनकारी शक्तियों का सफाया कर सकते है, क्योंकि उनके पास शास्त्र भी हैं और शस्त्र भी। देश का मार्ग दर्शन करना हमारा मूल कर्तव्य है। अब हम संगठित होने की दिशा में पहले 10 कदम ले चुके हैं।
बहुत शीघ्र on line zoom meetings , physical meetings and distribution of time bound specific responsibilities का दौर प्रारंभ होगा .
कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी , वीर चक्र
संयोजक , राष्ट्रिय अधिवेशन , अखिल भारतीय ब्रहम ऋषि महासंघ