मिस्टर क्लीन गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का निधन
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- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर पर्रिकर के निधन की जानकारी दी
- आईआईटी पास आउट रहे पर्रिकर पिछले साल से पैंक्रियाटिक कैंसर से जूझ रहे थे
- 2014 में केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद उन्हें रक्षा मंत्री बनाया गया था
- 2017 के चुनाव में भाजपा को गोवा में बहुमत नहीं मिलने के बाद भी वे चौथी बार मुख्यमंत्री बने थे
- मुख्यमंत्री बनने वाले पहले आईआईटीयन थे पर्रिकर
- 13 दिसंबर 1955 को गोवा के मापुसा में जन्मे पर्रिकर पहले ऐसे मुख्यमंत्री थे जो आईआईटी से पासआउट थे। वह चार बार 2000-2002, 2002-05, 2012-2014 और 14 मार्च 2017-17 मार्च 2019 तक चार बार मुख्यमंत्री रहे। 2014 में जब केंद्र में भाजपा की सरकार बनी थी, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी इच्छा जाहिर करते हुए कहा कि वह गोवा की राजनीति छोड़कर केंद्र की राजनीति में आएं। इसके बाद पर्रिकर को रक्षामंत्री बनाया गया था।
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- उनके निधन के खबर के बाद सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और राजनीतिक नेता उनके आवास में पहुंच रहे हैं। उनके घर के आसपास पुलिस की मौजूदगी बढ़ा दी गई है। इस दुखद मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम नेताओं ने ट्वीट कर मनोहर परिकर के निधन पर शोक जताया है।
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वे लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे. पिछले कुछ दिनों से उनकी परेशानी बढ़ गई थी. इसके बाद उन्हें गोवा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. डॉक्टरों ने उनकी हालत सुधारने की कोशिश की, लेकिन उनकी स्थिति लगातार गिरती गई. उनके निधन पर देश गम में डूब गया है. गोवा के मुख्यमंत्री और देश के रक्षा मंत्री रहे मनोहर पर्रिकर सियासत में सादगी की जीती-जागती मिसाल थे.
- पर्रीकर के निधन पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, गायिका लता मंगेशकर, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, मुख्तार अब्बास अंसारी, मनोज सिन्हा, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, शरद यादव, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी ट्वीट कर श्रद्धांजलि अर्पित की। सोमवार को सुबह 11 बजे उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए केंद्रीय कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है।