छत्तीसगढ़ : घोषित प्रत्याशियों की बढ़ी है धड़कन
रायपुर। छत्तीसगढ़ में भाजपा ने अपने सभी पुराने चेहरों को चुनावी मैदान से बाहर कर दिया है। उसके इस चौंकाने वाले फैसले से कांग्रेस मेेंं हलचल बढ़ गयी है।
उसने छत्तीसगढ़ की छह सीटों की सूची रोककर राहुल गांधी ने अपनी सर्वे टीम और रिसर्च विभाग की बुधवार को आपात बैठक बुला ली।
इस बैठक में राहुल तो नहीं रहे, लेकिन आला नेताओं ने भाजपा के फैसले से कांग्रेस के लाभ- हानि पर चर्चा की। अब अगली बैठक छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ होनी है।
पांच प्रत्याशियों की घोषणा में कांग्रेस ने बाजी तो मार ली, लेकिन भाजपा ने अपनी नीति बदलकर कांग्रेस की दूसरी बनी बनाई सूची को रोकने पर मजबूर कर दिया है। मैदानी इलाकों की छह सीट रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, दुर्ग, महासमुंद और राजनांदगांव के सिंगल नामों की सूची पर फिर से विचार शुरू किया जा रहा है।
कॉग्रेस को जैसे ही पता चला कि भाजपा अपने सभी सांसदों का टिकट काटकर नए चेहरे उतार रही है, तो उसके बाद दिल्ली से छत्तीसगढ़ आई रिसर्च विभाग की दोनों टीम के सदस्यों और रिसर्च विभाग के प्रदेश अध्यक्ष इदरीश गांधी को दिल्ली बुला लिया गया।
भाजपा नया प्रत्याशी उतारती है, तो कांग्रेस का प्रत्याशी कैसा होना चाहिए? इस बिंदु पर जनता की तरफ से आए फीडबैक को लिया।
अब बघेल के साथ भी होगा मंथन
कॉग्रेस सर्वे टीम से बात करने के बाद अब केंद्रीय चुनाव समिति पीसीसी अध्यक्ष बघेल के साथ प्रत्याशी के नामों पर फिर से मंथन करेगी। इसके बाद बची हुई छह सीट के लिए तय नामों पर एक बार फिर से विचार होगा।
घोषित प्रत्याशियों की बढ़ी है धड़कन
पार्टी के एक दल ने यह भी संभावना जताई है कि केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में केवल छह सीटों की ही नहीं, जिन पांच सीटों पर प्रत्याशी की घोषणा हुई है, उन पर भी फिर से विचार हो सकता है। इस कारण कुछ प्रत्याशियों के दिल की धड़कन अत्यधिक बढ़ी हुई है। उन्हें यह चिंता सता रही है कि कहीं उनका नाम काटकर दूसरा प्रत्याशी घोषित न कर दिया जाए, जैसा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने दुर्ग ग्रामीण सीट में कर दिया था। इसी चिंता में वो अपना चुनाव प्रचार-प्रसार शुरू नहीं कर पा रहे हैं।