पोलियो अभियान में कोई समस्या हो तो तत्काल बताएं: डॉ. चौधरी

बांका: जिले में पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत रविवार को हो गई। इसी सिलसिले मे शाम को शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इस अभियान जुड़े लोगों को प्रभारी डॉ. सुनील कुमार चौधरी ने संबोधित किया।

इस दौरान उन्होंने सभी सुपरवाइजर से कहा कि हर हाल में सदर प्रखंड में 38 हजार बच्चों को पोलिया ड्रॉप पिलाने का लक्ष्य हासिल करना है।

अगर इसमें कोई परेशानी हो तो हमें बताएं, उसका समाधान किया जाएगा। अभियान में किसी तरह की समस्या नहीं होनी चाहिए।

साथ ही यह भी बताया गया कि बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने के साथ-साथ आशा कार्यकर्ता, सेविका-सहायिका और एएनएम घर में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना का टीका लेने के लिए जागरूक भी हर हाल मे करेंगी।

घर में कोरोना का टीका नहीं लेने वाले लोगों की पहचान भी ये लोग करेंगी। इसके बाद उन्हें नजदीकी टीकाकरण केंद्र पर ले जाने का काम भी किया जाएगा।

शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सुनील कुमार चौधरी ने कहा कि इस बार बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने के साथ-साथ घर में 18 साल और 45 साल से अधिक उम्र के लोगों की पहचान भी की जा रही है।

किसने टीका लिया है और किसने नहीं, इसकी जानकारी ली जा रही है। जिन लोगों ने टीका नहीं लिया है, उन्हें टीका लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

साथ ही अगर मन में किसी तरह का कोई भ्रम है तो उसे भी दूर किया जा रहा है। इसके अलावा अगर घर के किसी सदस्य ने टीका का एक डोज ले लिया है।

तो उन्हें जल्द से जल्द दूसरी डोज लेने के लिए भी कहा जा रहा है। लोगों को समझाया जा रहा है कि दोनों डोज लेने के बाद ही टीकाकरण की प्रक्रिया पूरी होगी और आप कोरोना से सुरक्षित रहेंगे।

प्रखंड में 38 हजार बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने का है लक्ष्यः डॉ. चौधरी ने बताया कि इस बार सदर प्रखंड के लगभग 38 हजार बच्चों को पोलियो का ड्रॉप पिलाने का है लक्ष्य।

कोरोना को देखने हुए बच्चों को दवा पिलाते वक्त स्वास्थ्यकर्मी बच्चे को छू नहीं रहे हैं। मां की गोद में ही बच्चे रहते हैं। कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही यह भी ध्यान दिया जा रहा है कि कोई भी बच्चा इस अभियान के दौरान छूट नहीं जाए।

स्वास्थ्यकर्मियों को दिया गया है प्रशिक्षणः

डॉ. चौधरी ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान को लेकर स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण के दौरान आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका व एएनएम को किस तरह से अभियान चलाना है।

इसकी जानकारी दी गई है। प्रशिक्षण के दौरान यह समझाया गया है कि इस बार किस तरह से पल्स पोलियो अभियान चलाना है।

साथ ही अभियान के दौरान बच्चे से कितनी दूरी बनाकर रखनी है, यह भी बताया गया है। इसके अलावा अन्य सावधानियों के बारे में भी प्रशिक्षण के दौरान इनलोगों को बताया गया है।

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