-परिवार नियोजन पखवाड़ा को लेकर हुई बैठक-छह सितंबर से शुरू हुआ पखवाड़ा 25 तक चलेगा भागलपुर, 8 सितंबर- अब प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षित अभियान की तरह हर महीने की 21 तारीख को परिवार नियोजन दिवस मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षित अभियान भी हर महीने की नौ तारीख को मनाया जाता है। हालांकि इस महीने तीज व्रत होने के कारण 13 तारीख को मनाया जा रहा है। वहीं जिले में परिवार नियोजन पखवाड़ा का आगाज हो चुका है। इसे लेकर बुधवार को सिविल सर्जन डॉ. उमेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में बैठक की गई, जिसमें डीपीएम मो. फैजान अशर्फी, आशा के जिला समन्वयक मो. जफरुल इस्लाम, केयर इंडिया के परिवार नियोजन कार्य़क्रम के जिला समन्वयक आलोक कुमार और जितेंद्र कुमार शामिल हुए। बैठक से सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी, बीएचएम, बीसीएम और सीडीपीओ जुड़ी थीं। योग्य दंपति के सर्वे की रिपोर्ट 12 सितंबर तक जमा कर दें-इस दौरान सिविल सर्जन ने सभी को बताया कि अगर आपके अस्पताल में सर्जन नहीं हैं तो दूसरे अस्पताल से सर्जन को बुलाने की तैयारी कर लें। परिवार नियोजन पखवाड़ा शुरू होने के पहले सारी तैयारी हो जानी चाहिए। अभी आशा कार्यकर्ताओं को सर्वे के काम में लगा दें। योग्य दंपति के सर्वे की रिपोर्ट 12 सितंबर तक जमा कर दें। इसके अलावा परिवार नियोजन पखवाड़ा के दौरान मेला, अंतरा कैंप, दवा वितरण इत्यादि की तैयारी भी कर लेने को कहा गया। योग्य दंपति ढूंढने पर 300 की प्रोत्साहन राशि: बैठक में परिवार नियोजन पखवाड़ा के आयोजन की सफलता पर चर्चा हुई। इस दौरान बताया गया कि परिवार नियोजन पखवाड़ा शुरू होने से पहले क्षेत्र के योग्य दंपति का सर्वे किया जाना जरूरी है। इस काम को आशा कार्य़कर्ता शुरू कर दें। योग्य दंपति ढूंढने पर आशा कार्य़कर्ता को 300 रुपये और ऑपरेशन कराने के लिए प्री रजिस्ट्रेशन करवाने पर 100 रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दिये जाएंगे। सिविल सर्जन ने बताया कि परिवार नियोजन पखवाड़ा से पहले दंपति संपर्क पखवाड़ा मनाने का अर्थ यह होता है कि पहले आप तैयारी कर लें। क्षेत्र में कितने योग्य दंपति हैं। कितने योग्य दंपति का रजिस्ट्रेशन हो गया है। मेला कब लगना है। मेला में कितने स्टॉल लगेंगे इत्यादि। इन बातों की जानकारी होने पर तैयारी पहले से की जाती है, जिससे आयोजन सफलतापूर्वक चलता है।21 सितंबर को मेले का भी किया जाएगा आयोजनः सिविल सर्जन ने बताया कि बैठक में हमलोगों ने तय किया कि परिवार नियोजन पखवाड़ा के दौरान 21 सितंबर को मेले का भी आय़ोजन किया जाएगा। मेले में कितने और किस-किस चीज के स्टॉल लगेंगे, इसकी तैयारी करने को कहा गया। साथ ही मेला के दौरान लोगों की काउंसिलिंग भी कराई जाएगी। लोगों को परिवार नियोजन से होने वाले फायदे के बारे में बताया जाएगा। परिवार नियोजन क्यों जरूरी है, इसकी जानकारी योग्य दंपतियों को दी जाएगी। उन्हें समझाया जाएगा कि परिवार नियोजन से न सिर्फ बच्चे का शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि घर की आर्थिक परिस्थिति भी बेहतर रहती है। आरोग्य दिवस पर सास बहू सम्मेलन कराया जाएगा|. एमपीए कैंप के साथ एलयूसीडी एपीएचसी लेवल पर लगाया जाएगा|परिवार नियोजन के बारे में किया जाएगा जागरूकः केयर इंडिया के जिला समन्वयक आलोक कुमार और जितेंद्र कुमार ने बताया कि परिवार नियोजन पखवाड़ा के दौरान जगह-जगह अंतरा कैंप लगाया जाएगा। इसके अलावा परिवार नियोजन के अन्य उपाय जैसे कि कंडोम का इस्तेमाल या फिर अन्य सुरक्षित तरीके के बारे में बताया जाएगा। लोगों के मन से डर को दूर किया जाएगा। इसे दूर करने का काम किया जाता है। परिवार नियोजन कार्यक्रम के दौरान सबसे महत्वपूर्ण दो बच्चों के बीच तीन साल का अंतराल रखने के लिए भी जागरूक किया जाता है। इससे बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता अधिक रहती है और वह भविष्य में होने वाली किसी भी तरह की बीमारी से लड़ने में सक्षम होता है। साथ ही बुधवार और शुक्रवार को आंगनबाड़ी केंद्रों में चलने वाले टीकाकरण के दौरान भी लोगों को इन चीजों की जानकारी दी जाएगी। एएनएम इस दौरान क्षेत्र के लोगों की काउंसिलिंग भी करेंगी। छोटा परिवार, सुखी परिवार के नुस्खे लोगों को बताएंगी।