उत्तर प्रदेश में गोरखपुर पुलिस ने माफिया राकेश यादव पर शिकंजा कसा है. जिले के शीर्ष दस बदमाशों में शुमार माफिया राकेश यादव और उसके साथी दिनेश यादव की प्रॉपर्टी पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने जब्त की है। माफिया राकेश के झुंगिया स्थित मकान के दो कमरों को सील किया गया है वहीं दिनेश की ऑटो भी टीम ने जब्त की है दोनों पर आरोप है कि इन्होंने अपराध के पैसे से यह सम्पत्ति बनाई हालांकि राकेश व उसके परिवार के नाम की कुछ गाड़ियों को भी पहले जब्ती के दायरे में रखा गया था पर अभी उस पर कार्रवाई नहीं हो पाई है।
गौरतलब है कि गुलरिहा थाने के हिस्ट्रीशीटर राकेश और उसके साथियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई के साथ अपराध से कमाई गई उसकी सम्पत्ति का भी पूर्व थानेदारों ने लेखा-जोखा तैयार किया था इसी कार्यवाही अंतर्गत डीएम के आदेश पर नायब तहसीलदार वशिष्ठ वर्मा, थाना प्रभारी गुलरिहा चंद्रहास मिश्रा, पिपराइच इंस्पेक्टर मधुप कुमार मिश्रा, चिलुआताल इंस्पेक्टर विनोद कुमार अग्निहोत्री और महिला थाना प्रभारी प्रभा सिंह की संयुक्त टीम ने झुंगिया बाजार में माफिया राकेश के मकान के दो कमरों को सील किया।
माफिया राकेश यादव पर गोरखपुर सहित अन्य जिलों में 50 मुकदमे दर्ज हैं। बीते दिनों राकेश के खास साथी विपिन सिंह के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद वह एक बार फिर सुर्खियों में आया था फिर पुलिस ने उस पर शिकंजा कसा तो वह कोर्ट में हाजिर हो गया था। गुलरिहा थाने की पुलिस ने राकेश की 75 लाख रुपये की अवैध संपत्ति की तलाश की थी हालांकि मकान के अलावा गाड़ियां भी तलाशी गईं थी पर और जब्ती के लिए डीएम को रिपोर्ट भेजी गई थी.
माफिया राकेश यादव ने प्रॉपर्टी डीलर छोटू प्रजापति पर विपिन सिंह नामक शूटर से हमला कराया था, जिसमें छोटू बच गया और विपिन सिंह पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था। इस मामले में राकेश यादव पर भी साजिश का मुकदमा दर्ज हुआ था। जिले के शीर्ष दस बदमाशों की सूची में भी राकेश यादव को शामिल किया गया था और इस प्रकार वढ़ती को देख राकेश ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था।