सूरत में कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर तीसरी लहर चल रही है इसके खिलाफ सतर्क रहने के बजाय भाजपा के प्रशिक्षण शिविरों और कार्यक्रमों को बिना मास्क के देखा जा रहा है भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की इस लापरवाही के कारण लगातार मामले बढ़ते जा रहे हैं।
सूरत भाजपा ने कोरो के नियम बंद कर कई कार्यक्रम किए हैं। इन कार्यक्रमों में कोरोना की गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर भाजपा के कुछ नेता कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। अब तक सूरत जिला भाजपा अध्यक्ष, सूरत शहर महासचिव, चौरासी विधानसभा विधायकों के बाद सूरत शहर भाजपा अध्यक्ष निरंजन जंजमेरा भी पॉजिटिव आए हैं। बीजेपी नेताओं के पॉजिटिव आने के बाद भी बीजेपी अपने राजनीतिक कार्यक्रम में कोरोना की गाइडलाइन का उल्लंघन कर रही है।
चार दिन पहले सूरत नगर आयुक्त ने लोगों से इनडोर कार्यक्रम और कार्यालय में मास पहनने का आग्रह किया। और अगर नियमों का पालन नहीं किया गया तो निगम कड़ी कार्रवाई करेगा। नगर आयुक्त के इस निर्देश की अनदेखी करते हुए भाजपा आज भी बिना मास्क के कई कार्यक्रम आयोजित कर रही है।
लिंबायत विधानसभा की विधायक संगीता पाटिल के कार्यालय में हैप्पी न्यू ईयर विजिट का आयोजन किया गया। जिसमें लिंबायत विभाग के वार्ड अध्यक्ष और महामंत्री एकत्रित हुए। कार्यक्रम में फोटो सेशन भी हुआ और विधायक समेत तमाम कार्यकर्ता मास्क लगाए नजर आए।
इसी प्रकार रांदेर अंचल और कटारगाम अंचल में प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए गए। जिसमें भाजपा कार्यकर्ता बिना मास्क के नजर आए।
आम आदमी का मुखौटा भले ही नाक के नीचे हो, लेकिन कार्रवाई करने और जुर्माना लगाने के लिए भाजपा नेता ही निगम और पुलिस व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं। कोरोना की गाइडलाइन को लागू करने को लेकर नगर पालिका और पुलिस के दोहरे मापदंड को लेकर लोगों में भारी आक्रोश है।