सेक्टर-93ए नोएडा में बने ट्विन टावर को गिराए जाने के लिए कई स्थानों पर विस्फोटक लगाए जाएंगे। दक्षिण अफ्रीका की इंजीनियर और विशेषज्ञों की टीम 25 दिन तक नोएडा में रहकर यह पूरी व्यवस्था देखेगी। विशेषज्ञों की निगरानी में यह सारी प्रक्रिया पूरी की जाएगी। सभी विदेशी इंजीनियरों की टीम इमारत ध्वस्त करने वाली एडिफिस की सहयोगी कंपनी में कार्यरत हैं। टावर गिराए जाने की इस कार्रवाई में करीब 15 करोड़ रुपये कीमत का स्टील और अन्य मलवा निकलने की बात कही जा रही है।
इमारत को ध्वस्त करने वाली कंपनी एडिफिस बिल्डर से मलबे को खरीदेगी ऐसे में बिल्डर को इमारत हटाने के लिए कंपनी को करीब सवा चार करोड़ पर का अतिरिक्त भुगतान करना होगा अब इमारत को ध्वस्त करने में मात्र 10 सेकंड का समय लगेगा।
बताया जा रहा है कि इमारत गिराए जाने की कार्रवाई के बाद तकरीबन 90 दिनों में इसका मलबा साफ किया जाएगा। मिली जानकारी के मुताबिक 180 दिनों में यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। लेकिन सिर्फ 90 दिन का वक्त मलवा साफ करने में लगेगा।
नोएडा अथॉरिटी की ओर से फाइनल किए जाने के बाद सुपरटेक बिल्डर ने मुंबई की एडिफिस कंपनी के साथ करार किया है। इसके साथ ही बिल्डर कंपनी ने अब भंडारण परिवहन और उसके उपयोग के लिए पर्यावरण और प्रदूषण नियंत्रण एजेंसी और यातायात डायवर्सन योजना के साथ-साथ 10 विभागों से अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया है।
माना जा रहा है कि 15 दिनों में जरूरी सामान व मशीनें मौके पर पहुंचा दी जाएंगी. बता दें कि एडिफिस एजेंसी ने जनवरी 2020 में कोच्चि में अवैध टावर ध्वस्त किया था। टावर को ध्वस्त करने से लेकर उसका मलबा साफ करने में कुल 180 दिन का समय लगेगा।