बेंगलुरु में 3 माह के भीतर पेट्रोल पंप से अधिक होंगे इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन

सूचना-तकनीक के क्षेत्र के साथ साथ अब बेंगलुरु देश ही नही बल्कि दुनिया में इलेक्ट्रिक वाहनों के संचालन के मामले में एक मुकाम हासिल करने की तैयारी में है। कर्नाटक सरकार के स्तर पर इस दिशा में जो प्रयास हुए हैं, उससे संकेत मिलता है कि बेंगलुरु का ईवी मॉडल जल्द ही देश और दुनिया के लिए मिसाल बन सकता है। एक अनुमान के मुताबिक बेंगलुरु शहर के भीतर करीब 450 पेट्रोल पंप हैं, ऐसे में अगर सरकार की योजना पूरी तरह क्रियान्वित हो जाती है तो तीन माह के भीतर महानगर में करीब 600 ईवी चार्जिंग स्टेशन हो जाएंगे, जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि साबित हो सकती है।

दरअसल, इलेक्ट्रिक वाहनों के मामले में सबसे पहली और प्रमुख आवश्यकता या कहें कि अभी दिक्कत है चार्जिंग स्टेशनों की है। देश के लगभग हर शहर में ईवी चार्जिंग स्टेशन इस वक्त न के बराबर ही हैं, लेकिन बेंगलुरु संभवत: देश का पहला शहर है, जिसने संस्थानिक स्तर पर इस समस्या का समाधान करने की पहल शुरू की है। ‘बेंगलुरु मिरर’ के मुताबिक, बेंगलुरू इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी ने अभी पूरे शहर में ईवी चार्जिंग स्टेशन लगाने का बीड़ा उठाया है। यही नहीं, वह शायद देश की पहली सरकारी नोडल एजेंसी भी है, जो ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का काम कर रही है। वह अब तक अलग-अलग स्थानों पर 136 ईवी चार्जिंग स्टेशन लगा चुकी है। ये अभी शहर में बेसकॉम के ऑफिस परिसरों में हैं इनमें 106 स्टेशन एसी ईवी स्लो चार्जर हैं जबकि 30 अन्य डीसी ईवी फास्ट चार्जर हैं।

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