-दो बच्चों के बीच दो गज की दूरी का किया जा रहा है पालन
-जो बच्चे मास्क लगाकर नहीं आते, उसे कराया जा रहा उपलब्ध
भागलपुर, 1 फरवरी
जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन कोरोना की गाइडलाइन के मुताबिक किया जा रहा है। दो बच्चों के बीच दो गज की दूरी बनाकर रखी जा रही है। साथ ही सभी को मास्क पहनना भी अनिवार्य कर दिया गया है। जो बच्चे मास्क लगाकर नहीं आते हैं, उसे आंगनबाड़ी केंद्र से मास्क उपलब्ध करवाया जा रहा है। आंगनबाड़ी संचालिका हर हाल में बच्चों से कोरोना की गाइडलाइन का पालन करवा रही हैं।नाथनगर प्रखंड की कजरैली पंचायत के तेतरहार गांव स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 80 की सेविका रंजना कुमारी कहती हैं कि केंद्र के संचालन में कोरोना की गाइडलाइन का सख्ती से पालन करवाया जा रहा है। बच्चे दो गज की दूरी बनाकर रहें, इसका विशेष ख्याल रखा जा रहा है। साथ ही खेलने-कूदने के दौरान बच्चे के चेहरे से मास्क नहीं उतर जाए, इसका भी ख्याल रखा जा रहा है। अगर बच्चे के चेहरे से मास्क उतर जाता है तो उसे फिर से पहना देते हैं। आंगनबाड़ी केंद्र के संचालन में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं की जाती है। 50 प्रतिशत बच्चों की रहती है उपस्थितिः आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन 50 प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति में किया जा रहा है। अगर किसी केंद्र में 40 बच्चे हैं तो उसमें से एक दिन 20 बच्चों को बुलाया जाता है तो बचे हुए 20 बच्चों को दूसरे दिन बुलाया जाता है। किस-किस बच्चे को किस दिन आना है इसकी जानकारी परिजनों को दे दी गई है। उसी के अनुसार बच्चों को परिजन आंगनबाड़ी केंद्र भेजते हैं। इतनी बातों का ख्याल रखने के बाद कोरोना की गाइडलाइन का पालन हो जाता है।ठंड से बचाव का भी रखा जा रहा है ख्यालः आंगनबाड़ी केंद्र आने वाले बच्चों को ठंड नहीं लगे, इसका भी ख्याल रखा जा रहा है। परिजन बच्चों को गर्म कपड़े पहनाकर केंद्र भेजते हैं। इसे लेकर परिजनों को बच्चे को कम कपड़े में नहीं भेजने की बात कही गई है। बच्चे को हर हाल में पूरा कपड़ा पहनाने के लिए कहा गया है। केंद्र पर बच्चों को धूप में बिठाया जा रहा है। इसके अलावा बच्चों को गर्म भोजन का सेवन आंगनबाड़ी केंद्रों पर करवाया जा रहा है। इस तरह से हर स्तर पर आंगनबाड़ी केंद्रों में सतर्कता बरती जा रही है। बच्चे को किसी तरह का कोई परेशानी नहीं हो, इसका ख्याल रखा जा रहा है।