किशोरों व युवाओं में वैश्विक दृष्टिकोण का विकास जरूरी
– श्री सुशील धुले, आई.पी.एस., एस.पी. क्राइम ब्रान्च, लखनऊ
सिटी मोन्टेसरी स्कूल, अलीगंज (प्रथम कैम्पस) के तत्वावधान में दो-दिवसीय मॉडल युनाइटेड नेशन्स (एम.यू.एन.) कान्फ्रेन्स का शुभारम्भ आज विद्यालय प्रांगण में हुआ। मुख्य अतिथि श्री सुशील धुले, आई.पी.एस., एस.पी. क्राइम ब्रान्च, लखनऊ, उ.प्र., ने दीप प्रज्वलित कर सम्मेलन का विधिवत् उद्घाटन किया। इस अवसर पर सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गांधी, सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट प्रो. गीता गाँधी किंगडन, सी.एम.एस. के डायरेक्टर ऑफ स्ट्रेटजी, श्री रोशन गाँधी, इंग्लैण्ड से पधारे वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. रोजर डेविड किंगडन, सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) की प्रधानाचार्या श्रीमती आभा अनन्त, सी.एम.एस. अलीगंज (द्वितीय कैम्पस) की प्रधानाचार्या श्रीमती शिवानी सिंह समेत कई गणमान्य हस्तियां उपस्थित थीं। समारोह में सी.एम.एस. अलीगंज (प्रथम कैम्पस) की वरिष्ठ प्रधानाचार्या श्रीमती ज्योति कश्यप ने दिल्ली, लखनऊ, इलाहाबाद, रायबरेली आदि शहरों के प्रतिष्ठित विद्यालयों से पधारे 400 से अधिक प्रतिभागी छात्रों व गणमान्य अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया जबकि विद्यालय के छात्रों ने प्रतिभागी छात्रों व अतिथियों के सम्मान में रंगारंग शिक्षात्मक साँस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। विदित हो कि सी.एम.एस. अलीगंज (प्रथम कैम्पस) द्वारा दो-दिवसीय माडल यूनाइटेड नेशन्स कान्फ्रेन्स का आयोजन 13 व 14 अप्रैल को विद्यालय प्रांगण में किया जा रहा है। सम्मेलन का उद्देश्य एकता एवं शांति स्थापना के प्रमोटर के रूप में छात्रों के व्यक्तित्व विकास करना है।
उद्घाटन समारोह में बोलते हुए मुख्य अतिथि श्री सुशील धुले, आई.पी.एस., ने कहा कि किशोंरों व युवाओं को सामयिक घटनाओं, अन्तर्राष्ट्रीय सम्बन्धों एवं कूटनीतिक जानकारियाँ प्रदान कर उनके दृष्टिकोण को वैश्विक एवं व्यापक बनाना वर्तमान समय की अनिवार्य आवश्यकता है। श्री धुले ने कहा कि हालांकि संयुक्त राष्ट्र संघ ने कई वैश्विक समस्याओं के समाधान निकाले हैं परन्तु वीटी पॉवर की वजह से कई समस्याएं अनसुलझी ही रह जाती हैं। मुझे प्रसन्नता है कि
सी.एम.एस. की मेजबानी में छात्र एक साथ बैठकर वैश्विक समस्याओं पर चर्चा-परिचर्चा कर रहे हैं। इस तरह के कार्यक्रम बच्चों के सर्वांगीण विकास में बहुत सहायक होते हैं। सम्मेलन में अपने विचार रखते हुए सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गांधी ने कहा कि आज विश्व अनेक कठिनाइयों जैसे आतंकवाद, पर्यावरण, ग्लोबल वार्मिंग तथा युद्ध जैसी स्थितियों से जूझ रहा है। आज के बच्चे कल का भविष्य हैं अतः उन्हें इसकी जानकारी देना आवश्यक है।
सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट प्रो. गीता गांधी किंगडन ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह अत्यन्त ही अभिनव कार्यक्रम के माध्यम से हमारा प्रयास है कि युवा पीढ़ी संकुचित राष्ट्रवाद से ऊपर उठकर वैश्विक सोच अपनाए और पूरी मानवजाति की भलाई के तत्पर हो सके। सी.एम.एस. के डायरेक्टर ऑफ स्ट्रेटजी, श्री रोशन गाँधी ने विश्वास व्यक्त किया कि इस सम्मेलन से बच्चों के विचारों को नई दिशा मिलेगी और वे वास्तविक समस्याओं का निस्तारण कर पायेंगे। इस अवसर पर इंग्लैण्ड से पधारे विशेष अतिथि डा. रोजर डेविड किंगडन ने मॉडल युनाइटेड नेशन्स (एम.यू.एन.) के एक्जीक्यूटिव बोर्ड के सदस्यों को मोमेन्टों एवं प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
दो-दिवसीय मॉडल युनाइटेड नेशन्स (एम.यू.एन.) कान्फ्रेन्स के अन्तर्गत दिल्ली, लखनऊ, इलाहाबाद, रायबरेली आदि शहरों के 28 विद्यालयों से पधारे लगभग 400 प्रतिभागी छात्रों को 7 अलग-अलग कमेटियों में बांटा गया है, जिनमें यूनाईटेड नेशन्स जनरल असेम्बली, युनाइटेड नेशन्स ह्यूमन राइट्स काउन्सिल, युनाइटेड नेशन्स सिक्योरिटी काउन्सिल, युनाइटेड नेशन्स कमीशन ऑन स्टेटस ऑफ वोमेन, ऑल इण्डिया पॉलिटिकल पार्टी मीट, ज्वाइंट क्राइसिस कमेटी और द इण्टरनेशनल प्रेस आदि प्रमुख हैं। छात्रों की परिचर्चा विभिन्न कमेटियों के माध्यम से सम्पन्न हो रही है। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि मॉडल युनाइटेड नेशन्स कान्फ्रेन्स संयुक्त राष्ट्र संघ की जनरल असेम्बली का हूबहू प्रतिरूप है, जिसके माध्यम से छात्रों को महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपने विचार रखने का अवसर मिल रहा है, साथ ही साथ सामयिक घटनाओं, अन्तर्राष्ट्रीय सम्बन्धों एवं कूटनीतिक जानकारियाँ भी प्राप्त हो रही हैं।