विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत कई वैज्ञानिक इसे लेकर आगाह कर चुके हैं कि एशिया में फिर से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं और अगर ध्यान नहीं दिया गया, तो दुनिया में जल्द ही कोविड -19 की एक नई लहर देखने की संभावना है।
चीन में ओमीक्रॉन के BA.2 भाग ने अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया है। लॉक डाउन बढ़ने से जिलिन और शेनझेन समेत कई शहर प्रभावित हुए हैं। दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश में कोरोना वायरस की इस नई लहर के लिए स्टेल्थ ओमाइक्रोन को जिम्मेदार माना जा रहा है।
कुछ जेनेटिक म्यूटेशन की वजह से विशेषज्ञों ने ओमाइक्रोन के इस रूप को ‘स्टील्थ वेरिएंट’ करार दिया है। इस नाम के पीछे एक मुख्य कारण यह है कि ओमाइक्रोन का BA.2 वेरिएंट शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर काफी हद तक काबू पाने में सक्षम है और ओमीक्रॉन की तुलना में तेज़ी से फैलता है।
स्टैटिन सीरम इंस्टीट्यूट के शोध के अनुसार, SARS-CoV-2 वायरस के ओमाइक्रोन रूप का एक उपप्रकार BA.2, अपने मूल रूप की तुलना में अधिक संक्रामक है। BA.2 वैरिएंट 39% मारक क्षमता वाले लोगों को कैप्चर करता है। यही मुख्य कारण माना जा रहा है कि BA.2 ने कम समय में अधिक लोगों को संक्रमित किया।